डॉक्टर्स ने हॉस्पिटल छोड़ा, कोलकाता की घटना पर आक्रोश जताया
RNE Bikaner.
इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आह्वान पर कोलकाता दुखांतिका के विरोध में बीकानेर में संपूर्ण मेडिकल बंद रखा गया।
बंद को इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन की दोनों शाखाओं के अतिरिक्त RMCTA, अखिल राजस्थान राज्य सेवारत चिकित्सक संघ ARISDA ने भी ओपीडी सेवाओं का पूर्ण बहिष्कार करते हुए समर्थन दिया। मेडिकल प्रैक्टिशनर सोसाइटी, उपचार, इण्डियन डेंटल एसोसिएशन ने अपने क्लीनिक्स व हॉस्पिटल पूर्णतया बंद रखे।
इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ एस एन हर्ष ने बताया कि कोलकाता में हुई घटना ने चिकित्सकों के बहुत पीड़ा पहुँचाई है। आईएमए की राष्ट्रीय इकाई ने केंद्र सरकार से चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु केंद्रीय क़ानून सहित कुछ माँगे रखी है जिनके पूरा नहीं होने पर आंदोलन को और उग्र भी किया जा सकता है।
डॉ हरमीत सिंह सचिव आईएमए सिटी ब्रांच ने बताया कि सुबह नौ बजे सादुल कॉलोनी से एक आक्रोश कार रैली का आयोजन किया गया जिसने सभी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर आयोजित बैठक में अरिस्दा के सचिव डॉ सी एस मोदी ने कहा कि इस घटना से प्रत्येक चिकित्सक उद्वेलित है। हम सभी संगठन आईएमए के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे और पीड़िता को इंसाफ़ मिलने तक आंदोलन जारी रखना चाहिए।
आईएमए की सिटी ब्रांच शाखा अध्यक्ष डॉ राहुल हर्ष ने इस घटना को केवल एक डॉक्टर के साथ नहीं बल्कि एक महिला के साथ वीभत्स अपराध का मामला बताया। उन्होंने आमजनता के साथ ही विशेष रूप से महिला संगठनों के इस आंदोलन से जोड़ने के प्रयास करने की बात कही।
सभा को RMCTA के डॉ बी के गुप्ता, एमपीएस के डॉ ए. पी. वाहल, डॉ. राकेश रावत, उपचार के डॉ.रोचक तातेड आदि ने संबोधित किया ।
आंदोलन को आयुर्वेद चिकित्सक संघ एवं फ़िज़ियोथेरपिस्ट संघ दवा विक्रेता संघ फार्मासिस्ट एसोसिएशन एवम दवा प्रतिनिधियों के संगठन आरएमएसआरयू ने भी अपना समर्थन दिया।