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BIKANER : पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट के बाद होगा एमओयू, क्षेत्र की बड़ी समस्या का होगा समाधान

RNE, BIKANER .

श्रीडूंगरगढ़ में ट्रोमा सेंटर और उप जिला अस्पताल भवन निर्माण के संबंध में सोमवार को जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि और दानदाता संस्थाओं की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। जिला कलेक्टर ने बताया कि राज्य सरकार की स्वीकृति अनुसार श्रीडूंगरगढ़ में उप जिला अस्पताल और ट्रोमा सेंटर का भवन निर्माण दानदाताओं द्वारा किया जाएगा और भवन निर्माण पश्चात इसका नामकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रामकिशन श्रीकिशन बाहेती जनकल्याण फाउंडेशन कोलकाता और पवन प्रकाश चांडक जनकल्याण फाउंडेशन कोलकाता द्वारा सिविल कार्य निर्माण से संबंधित संपूर्ण लागत वहन करने की सहमति दी गई है। इसके अनुसार निर्माण पश्चात ब्लॉक ए का नाम सोना बृजलाल बाहेती ट्रोमा सेंटर और ब्लॉक बी का नाम भगवती मदन लाल चांडक अस्पताल होगा। वहीं दोनों भवनों के बीच एंट्रेंस फोयर पर राजकीय बाहेती चांडक उप जिला चिकित्सालय नामकरण किया जाएगा।


जिला कलेक्टर ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता द्वारा मंगलवार को अस्पताल के लिए चिन्हित भूमि का मुआयना करते हुए तकनीकी रिपोर्ट उपलब्ध करवाई जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर सरकार और दानदाता संस्थाओं के बीच एमओयू के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में श्रीडूंगरगढ़ का अस्पताल शहरी क्षेत्र में चल रहा है। यह भवन पुराना है तथा बरसात के दिनों में यहां जलभराव की स्थिति रहती है।

वहीं नेशनल हाईवे पर होने के कारण यहां यहां ट्रोमा सेंटर की मांग लंबे समय से थी। ऐसे में सरकार द्वारा नए स्थान पर उप जिला अस्पताल और ट्रोमा सेंटर बनाने की अनुमति दी है। यहां भवन निर्माण कार्य जल्दी शुरू हो, इसके मद्देनजर पीडब्ल्यूडी द्वारा तकनीकी रिपोर्ट उपलब्ध करवाई जाएगी। इस दौरान भवन निर्माण के अनुमोदित नक्शे सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई।

बैठक में विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष रामगोपाल सुथार, अतिरिक्त कलेक्टर (प्रशासन) डॉ. दुलीचंद मीना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता, दानदाता हरि किसन बाहेती, पीएमओ डॉ. एसके बिहानी, बीसीएमएचओ डॉ. ओपी स्वामी, शिव प्रसाद तावनिया, जय किसन बाहेती, सत्यनारायण स्वामी और राजेश शर्मा आदि मौजूद रहे।