महाशिवरात्रि : सुबह पांच बजे से शिवालयों में लगी भक्तों की कतारें, दिनभर रूद्राभिषेक, शाम को महाआरती, सहभोज
आरएनई, बीकानेर।
शिवबाड़ी के लालेश्वर महादेव मंदिर के आगे सुबह पांच बजे लगी भक्तों की कतार। मंदिर के पट खुलते ही गूंजना शुरू हुआ उद्घोष ‘हर-हर महादेव’। श्रंगारित शिवलिंग के आगे धोक लगाने और बाबा भोलेनाथ के साथ श्रृंगारित मां-पार्वती की एक झलक पाने का उत्साह चरम पर रहा। एक ओर जहां रूद्री के पाठ गूंजते रहे वहीं दूसरी ओर ‘ओम नमःशिवाय’ का जाप चलता रहा। इन सबके बीच शिवबाड़ी के महंत स्वामी विमर्शानंदजी ने महाआरती की।
…और इधर अद्भुत मिलन :
एक ओर लालेश्वर महादेव के दर्शन पाने कतार लगी थी वहीं दूसरी ओर मठ में ही मौजूद स्वामी विमर्शानंद महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लेने भी बड़ी तादाद में लोग पहुंचे। स्वामीजी ने इस मौके पर देवाधिदेव महादेव के जीवन प्रसंग और रोजमर्रा के जीवन के लिये शिव-चरित्र से मिलने वाले संदेश बताये।इन सबके बीच अचानक महात्मा सरजूदास महाराज लालेश्वर महादेव के दर्शन करने पहुंचे। दर्शन के बाद विमर्शानंदजी और सरजू महाराज की दिव्य भेंट हुई। इस मौके पर विमर्शानंदजी ने सरजू महाराज को ‘महाशिवरात्रि पूजानामा-चार याम’ भेंट की।
मातृशक्ति को ‘दिव्य शिव दरबार’ भेंट :
महाशिवरात्रि और विश्व महिला दिवस एक ही दिन होने से स्वामी विमर्शानंदजी ने मातृशक्ति को ‘दिव्य शिव दरबार’ के पत्रक भेंट किये। द्वादश ज्योतिर्लिंग की तस्वीरों वाले इन पोस्टर्स को सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित किया गया है।
मातृ शक्ति को विश्व महिला दिवस के अवसर पर सवा लाख मंत्रो से अभिमंत्रित दिव्य शिव दरबार और द्वादश ज्योतिर्लिंग तस्वीर का वितरण किया गया स्वामी जी के द्वारा।