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Mining Rajasthan : भीलवाड़ा पहले नंबर पर, बीकानेर में भी टारगेट से ज्यादा रेवेन्यू

  • सरकार का फोकस : मंथली टारगेट बनाकर आय बढ़ाएं
  • राजेन्द्र भट्ट की नसीहत : राजस्व में होने वाली छीजत को रोकें

RNE Network .

राजस्थान के खनिज विभाग ने इस वर्ष अब तक तय लक्ष्य से ज्यादा राजस्व हासिल किया है। खनिज विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 863.78 करोड़ रेवन्यू अब तक संग्रहीत हो चुका है। इस मामले में भीलवाड़ा जहां प्रदेश में पहले नंबर पर है वहीं बीकानेर सहित कई जिलों ने लक्ष्य से ज्यादा रिकवरी की है।

निदेशक भट्ट की नसीहत :

निदेशक खान एवं भूविज्ञान राजेन्द्र भट्ट ने खनन अधिकारियों से विभागीय राजस्व में होने वाली छीजत को रोकते हुए राजस्व वसूली पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होेने कहा कि विभाग द्वारा राजस्व वसूली के मासिक लक्ष्य निर्धारित कर जारी किये जा चुके हैं। डीएमजी भट्ट शुक्रवार को खनन विभाग के अधिकारियों से वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से रुबरु हो रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजस्व अर्जन करने वाले विभागों की राजस्व वसूली की मासिक समीक्षा की जा रही है, ऐसे में लक्ष्यों के अनुसार वसूली में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा 15 मई तक 863 करोड़ 78 लाख रु. का राजस्व अर्जित किया जा चुका है।

ये जिले टॉप पर :

भट्ट ने बताया कि इस अवधि में राजस्व वसूली में लक्ष्यों के विरुद्ध 100 प्रतिशत से भी अधिक राजस्व अर्जित कर एसएमई भीलवाड़ा वृत पहले और एसएमई जयपुर वृत दूसरे नंबर पर है। इसी तरह से कार्यालयानुसार वसूली में एएमई टोंक ने 206 प्रतिशत और एमई सिरोही ने 204 प्रतिशत से अधिक राजस्व अर्जित किया है। एमई भरतपुर, भीलवाड़ा, श्रीगंगानगर, झुन्झुनू, बीकानेर और जयपुर व एएमई चुरु और बारां ने लक्ष्यों से 100 प्रतिशत से भी अधिक राजस्व संग्रहित किया है। उन्होंने लक्ष्यों से कम वसूली करने वाले कार्यालयों को राजस्व वसूली के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

बड़ी कंपनियों से पैनल्टी वसूलो :

वीसी में पुरानी बकाया, बड़ी कंपनियों से राजस्व वसूली, अभियानों के दौरान लगाई गई जुर्माना राशि की वसूली सहित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा की। टीए डीएमजी देवेन्द्र गौड ने पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से अवगत कराया। वितीय सलाहकार श्री गिरिश कच्छारा ने राजस्व लक्ष्यों और उसके विरुद्ध वसूली प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार का राजस्व वसूली पर खास फोकस है।

ये रहे मौजूद :

वर्चुअल बैठक में अतिरिक्त निदेशक बीएस सोढ़ा, पीआर आमेटा, एमपी मीणा, एडीजी एनपी सिंह, आलोक प्रकाश जैन,एसएन डोडिया, कमलेश्वर बारेगामा, सतीश आर्य, एनके बैरवा, एनएस शक्तावत, ओपी काबरा, भीम सिंह, अनिल खमेसरा, जय गुरुबख्सानी, धमेन्द्र लोहार, केसी गोयल, एमई श्याम कापड़ी, मनोज शर्मा, जिनेश हुमड़, अनुज गोयल, चदन कुमार, पुष्पेन्द्र मीणा, पुष्पेन्द्र सिंह, चंदन कुमार, एसजी संजय दुबे, महेश शर्मा, सुशील हुडा, जगावत आदि ने अपने अपने क्षेत्र की विस्तार से जानकारी दी। वीसी में विभाग के अतिरिक्त निदेशक, एसएमई, एमई, एसजी स्तर के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।