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सुपरिंटेंडेंट को हिदायतें : सफाई ही, चद्दर बदलें, मरीजों के रिश्तेदारों के बैठने का इंतजाम हो

DC Vandana का गुस्सा : हॉस्पिटल के वार्ड से बाहर ठेलों तक घूमीं संभागीय आयुक्त

सुपरिटेंडेंट को 05 मई व्यवस्थाएं सुधारने का वक्त दिया

आरएनई, बीकानेर।

बीकानेर की संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी मंगलवार को अचानक पीबीएम हॉस्पिटल पहुंची और वार्ड से लेकर टॉयलेट तक एक-एक जगह इंतजाम देखा। अव्यवस्थाएं देख नाराज हुईं और सुपरिटेंडेंट डॉक्टर पी.के.सैनी को हिदायत दी कि 05 मई तक सभी व्यवस्थाएं सुधारें।

ये हालत सुधारो :

संभागीय आयुक्त ने मर्दाना विंग तथा आपातकालीन ब्लॉक का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पूरा परिसर साफ-सुथरा रहे, इसके लिए पूर्ण गंभीरता रखें। टायलेट्स भी साफ रहें। बेडशीट्स रेगुलर बदली जाएं। अग्निशमन यंत्र दुरूस्त रहें तथा स्ट्रेचर एवं व्हीलचेयर्स भी पर्याप्त संख्या में रहें। मरीजों के परिजनों के बैठने की व्यवस्था ठीक रहे और अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्यों के साथ विद्युत संबंधी कार्य भी समयबद्ध हों जाएं।

कब्जे हटाओ :

पीबीएम अस्पताल के प्रवेश द्वार के पास बेतरतीब खड़े ठेलों, गाड़ियों एवं रिक्शों को देख डीसी ने नाराजगी जताई। पुलिस अधिकारियों को मौके पर बुलाया। तुरंत प्रभाव से कब्जे हटाने के निर्देश दिए। अस्पताल परिसर को भी पूर्णतया अतिक्रमण मुक्त करने और लाइसेंस धारक को ही दुकान लगाने की अनुमति देने के लिए निर्देशित किया। अस्पताल के आसपास की दुकानों में तंबाकू उत्पादों का विक्रय करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कहा।

खाना टेस्ट करो, खराब पर कार्रवाई हो :

वंदना सिंघवी ने अस्पताल परिसर और बाहर लगाए जाने ठेलों पर बेची जा रही खाद्य सामग्री के सैंपल लेने के लिए फूड सैफ्टी ऑफिसर को मौके पर बुलाया। कहा, खराब गुणवत्ता पाए जाने पर नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने अस्पताल परिसर और बाहर पार्किंग, साफ सफाई और सीवरेज व्यवस्था के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। अस्पताल परिसर के खुले चैंबर बंद करने के लिए नगर निगम के आयुक्त को निर्देशित किया।

ये रहे साथ :

इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) दुलीचंद मीणा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) उम्मेद सिंह रतनू, नगर निगम आयुक्त अशोक कुमार आसीजा, पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ पी.के. सैनी, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता राजीव गुप्ता, खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रवण कुमार वर्मा, भानू प्रताप सिंह और डॉ चांदनी सोनी आदि साथ रहे।