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आरोपों की झड़ी : हाउसिंह बोर्ड की जमीन पर खसरा नंबर 159 फिट कर कॉलोनी काटी

जेठानंद का फिर हमला :  11 कमिश्नर हटाये, यूआईटी सेक्रेट्री बदला, अवैध पट्टे बनाये, कॉलोनिया काटी

 

RNE Network, Rajasthan Vidhansabha.

बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास ने शुक्रवार को एक बार फिर विधानसभा में तीखे तेवर दिखाये। पूर्वमंत्री शब्द बोलकर बगैर किसी का नाम लिये अवैध कॉलोनियां बसाने से लेकर फर्जी पट्टों तक आरोप जड़ें। जेठानंद व्यास ने अपनी बात ‘‘ न गलत कहते हैं, न गलत सुनते हैं। बुरे इसलिये हैं क्यूंकि मुंह पर ही सच कहते हैं’’ काव्यपंक्ति के साथ शुरू की।

नगरीय व्यवस्था को नारकीय व्यवस्था बना दिया:

काव्यपंक्ति से अपनी बात शुरू करते हुए पूर्वमंत्री और उनके समर्थकों पर जेठानंद व्यास ने हमला बोला। कहा, बीकानेर की नगरीय व्यवस्था को नारकीय व्यवस्था बना दिया। नगर निगम के जिस कमिश्नर ने काम करने से मना किया उसका ट्रांसफर कर दिया। पांच साल मंे 11 कमिश्नर हटा दिये। भाजपा का बोर्ड काम नहीं कर पाए इसलिये कमेटियां भंग करवा दी। इतना ही नहीं यूआईटी सेक्रेट्री ने गलत काम नहीं किया तो उसका भी ट्रांसफर कर दिया। व्यास शुक्रवार को विधानसभा में नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांग पर चर्चा में अपनी बात रख रहे थे।

व्यास के आरोप:

  • आरयूआईडीपी की ओर से डाली गई सीवरेज लाइन का काम मिलीभगत से हुआ। आज तक पूरा नहीं। शहर भुगत रहा है और पूर्वमंत्रीजी की ओर से लगाये गये अफसर ने 21 नवंबर 2023 को आनन-फानन में पेमंेट कर दिया, हस्तांतरित कर दिया।

  • नगर विकास न्यास में पूरे पांच साल अध्यक्ष नहीं लगाया। सेक्रेट्री ने काम करने से मना किया तो उसका ट्रांसफर कर दिया।

  • मुक्ताप्रसाद कॉलोनी में रेलवे लाइन के दक्षिण की तरफ आवासन मंडल की जमीन थी। उसमें खसरा नंबर 159 को फिट करके अवैध कॉलोनी काट दी। आवासन मंडल का उपयोग अपनी बपौती की तरह किया। भर्ती मंे भी अनियमितता की। मंत्रीजी को शिकायत और रिपोर्ट की कॉपी भी दी है।

  • यूआईटी क्षेत्र की स्थिति बहुत नाजुक है। गलत तरीके से पट्टे काटे गये हैं। फर्जी कॉलोनियां बसाई गई हैं।

ये हैं व्यास की मांगें:

  • निगम क्षेत्र में सुलभ शौचालय की संख्या बढ़नी चाहिये।
  • बीकानेर यूआईटी को बीकानेर डवलपमेंट अथॉरिटी के रूप में क्रमोन्नत करें।
  • यूआईटी की मूलभूत सुविधाओं के लिये अलग से बजट दिया जाए।

यूआईटी के पट्टों का मामला:

यूआईटी बीकानेर ने 2013 में कांग्रेस के राज में 13 हजार पट्टे बने थे उनमें से अधिकतर फर्जी बने। उनकी जांच चल रही है लेकिन पिछले पांच सालों में जो नेताओं के प्रभाव वाले हैं उन्हें एनओसी दे दी। सामान्य आदमी को एनओसी नहीं दे रहे। नेताओं के प्रभाव में या उनके समर्थकों ने उन पट्टों पर प्राइवेट बैंकों से लोन लिया और वे कुर्क हो गये। इन पट्टो की जांच करवाएं जिनके सही पट्टे हैं उनको एनओसी मिले।