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विधायक जेठानंद व्यास की पहल : बीकानेर@2030 संवाद के तहत विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से लिए सुझाव

  • अगले छह वर्षों में चरणबद्ध तरीके से करेंगे विकास, सरकार के साथ भामाशाहों का योगदान महत्वपूर्ण: विधायक

RNE, BIKANER.

वर्ष 2030 तक शहर के सर्वांगीण विकास के मद्देनजर बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास ने रविवार को विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से सुझाव लिए। ‘बीकानेर@2030’ संवाद श्रृंखला की पहली कड़ी में जिला उद्योग संघ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधायक ने कहा कि उनका संकल्प है कि अगले छह वर्षों में बीकानेर को विकसित क्षेत्र बनाएं, जहां सभी सुविधाएं हों। इसके लिए विभिन्न वर्गों के प्रबुद्ध जनों के सुझाव बेहद महत्वपूर्ण हैं।

उन्होंने कहा कि सभी सुझावों का संकलन करते हुए राज्य के बजट में चरणबद्ध तरीके से स्वीकृत करवाने के प्रयास होंगे। वहीं अन्य कार्य भामाशाहों और दानदाताओं के सहयोग से करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बीकानेर में उद्योग, शिक्षा, चिकित्सा, खेल, पर्यटन सहित विभिन्न क्षेत्रों में विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसके मद्देनजर कार्य करवाए जाएंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पचीसिया ने हवाई सेवा के विस्तार, मेगा फूड पार्क, ड्राई पोर्ट तथा पीबीएम अस्पताल में प्रशासक नियुक्त करने का सुझाव दिया। सचिव वीरेंद्र किराडू ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंद्र शेखर श्रीमाली ने किया।

विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने दिए सुझाव

इस दौरान युवा उद्यमी आशीष अग्रवाल ने औद्योगिक क्षेत्र में सीटीपी बनवाने, साहित्यकार राजेंद्र जोशी ने शहर में लोक सांस्कृतिक केंद्र बनाने और विद्यार्थी परामर्श केंद्र स्थापित करने, राजुवास के प्रो वीसी प्रो. हेमंत दाधीच ने मिल्क टेस्टिंग लेब स्थापित करने, शिक्षाविद मनोज बजाज ने एजुकेशन सिटी स्थापित करने, भूपेंद्र मिड्ढा ने स्टार्ट अप को प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया।

लंदन में रहने वाली प्रवासी बीकानेरी सविता आसोपा ने मेरा मोहल्ला, मेरी जिम्मेदारी कार्यक्रम चालू करने, हेमाराम जोशी ने रोडवेज बस स्टैंड को विकसित करने, अमित व्यास ने स्किल डेवलमेंट सेंटर खोलने, कीर्तिमान लोढ़ा ने इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने, हेमंत जैन ने वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने, सुरेंद्र जैन ने एकल खिड़की व्यवस्था लागू करने, मनोज गौड़ ने डाटा एकत्रीकरण के लिए जीआईएस तकनीक का उपयोग करने, शशांक शेखर जोशी ने पुराने वाचनालयों को सुदृढ़ करने, संजय पुरोहित ने हेरिटेज संरक्षण की दिशा में काम करने के सुझाव दिए। इस दौरान विभिन्न अधिकारी भी मौजूद रहे।