Movie prime

Monsoon in India : मौसम विभाग ने जारी किया मानसून अपडेट, 105% बारिश होगी

 
RNE New Delhi. राजस्थान सहित देश के अधिकांश हिस्सों में फिलहाल भले ही लोग गर्मी से जूझ रहे हैं लेकिन मौसम को लेकर एक उम्मीदभरी खबर भी आई है। खबर यह है की इस बार जून से सितंबर के मानसूनी सीजन में अच्छी बारिश होगी। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को मानसून के संबंध में प्राथमिक अनुमान बुलेटिन जारी किया। Monsoon in India : मौसम विभाग ने जारी किया मानसून अपडेट, 105% बारिश होगीबुलेटिन में IMD चीफ मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि इस बार जून से सितंबर तक समान्य से ज्यादा यानी 105 प्रतिशत बारिश होगी। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है। इस साल अल नीनो की स्थितियां नहीं बनेंगी। देश के कई हिस्सों में अभी भीषण गर्मी पड़ रही है। अप्रैल और जून में हीटवेव्स दिनों की संख्या में इजाफा होगा। इससे पावर ग्रिड पर प्रेशर बढ़ेगा और पानी की कमी होगी। आईएमडी मई 2025 के अंतिम सप्ताह में मानसून ऋतु की बारिश के लिए अद्यतन पूर्वानुमान जारी करेगा। Monsoon in India : मौसम विभाग ने जारी किया मानसून अपडेट, 105% बारिश होगी मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मुख्य बिन्दु : 1- पूरे देश में 2025 के दक्षिण-पश्चिम मानसून (जून से सितंबर) की ऋतुनिष्ठ वर्षा सामान्य से अधिक (>104% (दीर्घ अवधि औसत (एलपीए/एलपीए)) होने की सबसे अधिक संभावना है। मात्रात्मक रूप से, पूरे देश में ऋतुनिष्ठ वर्षा एलपीए का 105% होने की संभावना है, जिसमें मॉडल त्रुटि 5% है। 1971-2020 की अवधि के लिए पूरे देश में ऋतुनिष्ठ वर्षा का एलपीए/एलपीए 87 सेमी है। 2-वर्तमान में, भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में तटस्थ ईएनएसओ/इंसो स्थितियाँ व्याप्त हैं। हालाँकि वायुमंडलीय परिसंचरण विशेषताएँ ला नीना स्थितियों के समान है। नवीनतम एमएमसीएफएस/एमएमसीएफएस के साथ-साथ अन्य जलवायु मॉडल पूर्वानुमान संकेत देते हैं कि मानसून ऋतु के दौरान तटस्थ इंसो स्थिति जारी रहने की संभावना है। Monsoon in India : मौसम विभाग ने जारी किया मानसून अपडेट, 105% बारिश होगी3-वर्तमान में, हिंद महासागर पर तटस्थ हिंद महासागर द्विध्रुव (आईओडी/आयोड़) स्थितियाँ मौजूद है और नवीनतम जलवायु मोडल पूर्वानुमान संकेत देते हैं कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ऋतु के दौरान तटस्थ आयोड़ स्थितियाँ जारी रहने की संभावना है। 4- पिछले तीन महीनों (जनवरी से मार्च 2025) के दौरान उत्तरी गोलार्ध और यूरेशिया में बर्फ की चादर मामान्य से नीचे थी। उत्तरी गोलार्ध के साथ-साथ प्रेशिया में सर्दियों और वसंत में बर्फ की चादर के विस्तार का तत्पश्चात होने वाले भारतीय ग्रीष्मकालीन मानसून वर्षा के साथ एक सामान्य विपरीत संबंध है। Monsoon in India : मौसम विभाग ने जारी किया मानसून अपडेट, 105% बारिश होगी