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MSG : सेहतमंद आधी : आबादी आवश्यकता एवं अनिवार्यता महिला स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजन

 
आरएनई,बीकानेर। राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय के "महिला प्रकोष्ठ" के अंतर्गत सेहतमंद आधी : आबादी आवश्यकता एवं अनिवार्यता महिला स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी डा. अजन्ता गहलोत द्वारा महिला स्वास्थ्य एवं उसके महत्व को धयान मे रखते हुए स्वस्थ जीवन में योग के महत्व और पौष्टिक भोजन की आवश्यकता पर बल दिया। MSG : सेहतमंद आधी : आबादी आवश्यकता एवं अनिवार्यता महिला स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजनमहाविद्यालय की वरिष्ठ संकाय सदस्य एवं गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ इंदिरा गोस्वामी ने छात्राओं को सेहत के शारीरिक ,मानसिक,सामाजिक तथा आध्यात्मिक पक्ष के विषय में मैं विस्तार से बताया. अच्छा भोजन करने व्यायाम करने तथा अपनी रुचियां को विकसित करने से व्यक्ति के जीवन मैं नकारात्मक उन्होंने सात्विक भोजन करने गिलोय आदि के काढे को पीने के लिए तथा साथ ही संगीत को जीवन का हिस्सा बनने के लिए भी छात्रों को प्रेरित किया। MSG : सेहतमंद आधी : आबादी आवश्यकता एवं अनिवार्यता महिला स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजनइस अवसर पर दूसरी वक्त दूसरी वक्ता पतंजलि योग संस्थान की सोशल मीडिया प्रभारी श्रीमती इंदु शर्मा थी। इन्होंने पाश्चात्य सभ्यता को त्याग कर भारतीय सभ्यता को अपनाने को कहा. स्वास्थ्य के लिए योग महत्वपूर्ण है.प्राणायाम और ध्यान से तनाव को दूर किया जा सकता है। विद्यार्थी जीवन में इस तकनीक को सीख कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं.महिला स्वास्थ्य के ज्वलंत विषय पर बोलते हुए डा.आभा ओझा ने महिलाओं में होनेवाले मासिक धर्म में हाइजनिक दृष्टिकोण सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। MSG : सेहतमंद आधी : आबादी आवश्यकता एवं अनिवार्यता महिला स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजनइस समय महिलाओं में होने वाली खून की कमी को पौष्टिक भोजन करके दूर किया जा सकता है। इसके लिए भोजन में आम रूप से उपलब्ध होने वाले भोज्य पदार्थ का उपयोग किया जाना चाहिए जैसे तिल मूंगफली, गुड़,बाजार आदि सब्जियों को बनाने के लिए स्टीम विधि का उपयोग किया जाना चाहिए ताकि सब्जियां की पौष्टिकता नष्ट न हो। छात्राओं के द्वारा अनेक प्रश्न वक्ताओं से पूछे गए जैसे कि पानी के उपयोग को कैसे बढ़ाया जाए ? खनिज कैल्शियम की कमी को कैसे दूर किया जाए? तैलीय पदार्थ का उपयोग अधिक क्यों नहीं किया जाए ? इन सभी प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं को संदर्भ व्यक्तियों के द्वारा छात्रों को संतुष्ट किया गया। प्राचार्य डॉक्टर नंदिता सिंघवी ने इस कार्यशाला को छात्राओ के लिए उपयोगी बताया। छात्रा पूनम परिहार के द्वारा अनेक सुझाव भी दिए गए कार्यक्रम की समाप्ति पर डा. सुनीता गहलोत के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर महिला प्रकोष्ठ की डॉक्टर नूरजहां डॉक्टर धनवंती बिश्नोई उपस्थिति रही। MSG : सेहतमंद आधी : आबादी आवश्यकता एवं अनिवार्यता महिला स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजन