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नाबार्ड के फाल्‍गुनी मेले का समापन, छोटे बाजार की एक नई शुरुआत- डॉ. कपिल

आरएनई,बीकानेर।

नाबार्ड द्वारा आयोजित 03 दिवसीय फाल्‍गुनी मेले का समापन कार्यक्रम आयोजन किया गया . समापन कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के रुप में डॉ. कपिल द्वारा इसे छोटे बाजार की एक नई शुरुआत बताया. नाबार्ड का यह 03 दिवसीय प्रयास छोटे कारीगरों को बाजार से जोडने का प्रयास था तथा उनके लिए एक नई किरण के रुप में शामिल हुआ है। नाबार्ड फाल्‍गुनी मेला न केवल कारीगरों/ स्‍वयं सहायता समूहों के उत्‍पादों बल्कि बीकानेर की पहचान बने भौगौलिक संकेतक- उस्‍ता कला व कशीदाकारी के लिए बाजार की एक नई दिशा है. इस अवसर पर बीकानेर के स्‍थानीय मेले में आये सभी को धन्‍यवाद के साथ अनुरोध किया गया कि स्‍थानीय उत्‍पादों को खरीदने से छोटे-छोटे कारीगरों का उत्‍वाहवर्घन होता है तथा उनके बनाये उत्‍पादों को नियत स्‍थान मिलता है। नाबार्ड फाल्‍गुनी मेला एक ऐसा मंच है जिस पर सभी को समान अवसर प्रदान किया गया है जिस पर कोई भी अपना उत्‍पाद बेचने के लिए आया था तथा खरीददारों के लिए अवसर लेकर आया था. इस अवसर पर सभी दुकानों को मिले व्‍यवसाय को देखते हुए सभी के चेहरों पर खुशी लाने का एक प्रयास नाबार्ड द्वारा किया गया है. ऐसे आयोजन बीकानेर तथा बीकानेर के उत्‍पादों को बाजार में जगह उपलब्‍ध करवाने के साथ बीकानेर से बाहर भी अपना वर्चस्‍व बनाने में कामयाब होंगे। मेले में बीकानेर के अलावा जोधुपर के उत्‍पादों को बेचने के लिए भी स्‍वयं सहायता समूह की सदस्‍यों द्वारा सहभागिता की गई, इसी प्रकार कश्‍मीरी शाल बेचेने क लिए भी इस अवसर पर कारीगरों ने कश्‍मीर से यहाँ स्‍टाल पर शिरकत की. 03 दिवसीय मेले के समापन के दौरान आज स्‍थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग प्रस्‍तूती के माध्‍यम से चकरी नृत्‍य व घूमर नृत्‍य ने सभी को मोहित किया। 03 दिवसीय मेले के दौरान पंजाब नेशनल बैंक तथा दी राजस्‍थान स्‍टेट को-आपरेटिव बैंक के प्रतिनिधियों द्वारा भारत सरकार तथा राज्‍ य सरकार की योजनाओं से किसान उत्‍पादक संगठन/स्‍वयं सहायता समूहों/ स्‍थानीय कारीगरों को जोडने के लिए सजीव प्रदर्शनी लगाई थी। इस अवसर पर बैंकों द्वारा सभी 62 स्‍टाल पर आये सभी विक्रेताओं‍ को भारत सरकार की प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्‍योति योजना तथा अटल पेंशन योजना के बारे में विस्‍तार से बताया. इस अवसर पर नाबार्ड सहायक महाप्रबंधक रमेश ताम्बिया द्वारा प्रधान मंत्री मुद्रा योजना, स्‍टेंट अप इंडिया योजना व कारीगरों के लिए एमएसएमई की योजनाओं के बारे में विस्‍तार से सभी को अवगत कराते हुए मुद्रा रथ के बारे में बताया। इस अवसर पर बीकानेर के स्‍थानीय उत्‍पादों को बाजार से जोडने के लिए नाबार्ड की डिजीटाईजेशन स्‍कीम तथा स्‍वयं सहायता समूहों के माध्‍यम से उत्‍पादों को बाजार तक पहॅुचानें के लिए किये जा रहें प्रयासों पर अपने विचार रखें. समापन समारोह के दौरान सभी सहभागियों को धन्‍यवाद देते हुए राजीविका द्वारा ऐसे आयोजन करते रहनें के लिए पंजाब नेशनल बैंक, सहकारी बैंक तथा नाबार्ड को साधुवाद दिया। इस अवसर नाबार्ड द्वारा सभी 62 स्‍टाल धारकों को 03 दिवस के लिए बिना किसी व्‍यय के आवास तथा सभी सुविधाऍ उपलब्‍ध करवाई गई है तथा स्‍वयं सहायता समूहों की महिलाओं व उस्‍ता कलाकारों को उनके विक्रय केन्‍द्र पर रहने के दौरान डेली अलाउंस प्रदान किया जावेगा जो कि उनके खाते में सीधा भेजा जावेगा. समापन समारोह के दौरान सभी अतिथियों द्वारा इस आयोजन के लिए नाबार्ड का आभार व्‍यक्‍त करते हुए छोटे बाजार की शुरुआत को नये आयाम दिलाने के लिए सभी को साधुवाद प्रदान किया गया।