Nagaur : कलेक्टर पुरोहित की DHS में हिदायतें, सीएमएचओ सैनी ने कहा, योजनाएं गंभीरता से लागू करें
- जिले के प्रत्येक ब्लॉक में विकसित किए जाएं आइडियल लेबर रूम: जिला कलेक्टर
RNE Nagaur.
Nagaur के जिला कलक्टर अरूण कुमार पुरोहित ने सभी सरकारी हॉस्पिटलों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देने और प्रत्येक ब्लॉक में PHC स्तर पर आइडियल लेबर रूम विकसित करने का निर्देश दिया है।जिला स्वास्थ्य समिति (DHS) मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर पुरोहित ने ब्लॉक सीएमओ से कहा, लेबर रूम को अत्यआधुनिक सुविधाओं से लैस रखा जाए।
सफाई का पूरा ध्यान रखा जाए। अस्पताल में प्रसव के पूर्व आने वाली गर्भवती महिलाओं को सभी संसाधनों का अवलोकन करवाएँ ताकि वे प्रसव के लिए निजी की बजाय सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित हों।
दरअसल नागौर में बुधवार को कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित की मौजूदगी में DHS मीटिंग हुई। पुरोहित ने कहा, चिकित्सा संस्थान में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से लेकर पूरा चिकित्सकीय स्टॉफ पूरी लगन के साथ सेवाएं दें और अपने कार्यस्थल पर सभी हैल्थ प्रोटोकॉल पूरे रखें।
कलेक्टर पुरोहित ने कहा, अक्टूबर व नवम्बर माह में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी मच्छरजनित बीमारियां ज्यादा फैलती हैं। इस अवधि के दौरान मच्छरों की ट्रांसमिशन श्रृंखला को तोड़ने के लिए मच्छररोधी गतिविधियों का आयोजन बहुत आवश्यक हो जाता है, इसके लिए घर घर जाकर सर्वे एवं एंटीलार्वल गतिविधियां आयोजित करने का अभियान जारी रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जुगल किशोर सैनी ने निर्देश दिए कि जिला अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक बुखार के मरीजों का श्लाइड टेस्ट आवश्यक रूप से किया जाए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर जुगल किशोर सैनी ने हेल्थ इंडिकेटर्स पर स्लाइड प्रेजेंटेशन दिखाया।
बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर महेश वर्मा द्वारा स्लाइड प्रेजेंटेशन के जरिए प्रस्तुत मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिला औषध भंडार प्रभारी डॉक्टर राजेश पाराशर द्वारा निशुल्क दवा एवं निशुल्क जांच सुविधाओं से जुड़ी प्रगति बताई।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर शीशराम चौधरी द्वारा प्रस्तुत परिवार कल्याण कार्यक्रम, एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान की प्रगति रिपोर्ट की कलेक्टर ने समीक्षा की।
बैठक में पंडित जेएलएन अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर. के. अग्रवाल, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रूपम चौधरी, एनएचएम के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सोनी, एपिडेमोलॉजिस्ट साकिर खान व विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रतिनिधि डॉक्टर पल्लवी राव ने भी विचार व्यक्त किए।
बैठक में एनएचएम के जिला लेखा प्रबंधक जीवन पाल, एनयूएचएम के डीपीएम डॉक्टर चंद्र सिंह शेखावत, आयुष्मान योजना के डीपीसी सुनील भादू राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम के डीपीएम नरेंद्र सिंह राठौड़ सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।