एनटीए का स्पष्टीकरण: बाहर के लोग अंदर नहीं आ सके, वायरल क्यूपी वास्तविक नहीं
आरएनई, नेटवर्क।
राजस्थान के सवाई माधोपुर में एक सेंटर पर नीट यूजी 2024 के पेपर को लेकर हुए हंगामे और इसके बाद लगातार पेपर लीक के आरोपों के बीच एनटीए ने एक बार फिर स्पष्टीकरण जारी किया है। एनटीए ने दावा किया है कि पेपर लीक जैसी कोई घटना नहीं हुई। सवाई माधोपुर में कई स्टूडेंट क्यूपी लेकर निकले थे लेकिन तय प्रक्रिया के मुताबिक परीक्षा हॉल के बाद भी बाहर से दरवाजा बंद था।
इससे न तो अंदर के परीक्षार्थी बाहर जा पाते हैं, ना बाहर से कोई अंदर प्रवेश कर पाता है। इतना ही नहीं एनटीए ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पेपर का वास्तविक क्यूपी से कोई जुड़ाव नहीं होने का दावा भी किया है।
जानिए क्या है एनटीए के तर्क :
एनटीए की सीनियर डायरेक्टर डा.साधना पाराशर का कहना पेपर लीक की ओर इशारा करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट पूरी तरह से निराधार हैं। प्रत्येक प्रश्न पत्र (क्यूपी) का हिसाब लगाया गया है। यहां ध्यान दिया जाना चाहिए कि द्वार के बाद परीक्षा केंद्र बंद रहता हैं, बाहर से किसी को भी हॉल के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं है। सबकुछ सीसीटीवी की निगरानी में हैं।
राजस्थान के सवाई माधोपुर में कुछ छात्रों ने जबरन क्यूपी छीन ली। इस क्यूपी की एक तस्वीर को पेपर लीक की कथित घटना से जोड़ा जा रहा है जो शरारतपूर्ण और बेतुका है। सोशल मीडिया पर प्रसारित क्यूपी की अन्य सभी तस्वीरों का वास्तविक से कोई संबंध नहीं है।
24 लाख परीक्षार्थी :
- इस साल अब तक के सबसे ज्यादा लगभग 24 लाख से अधिक परीक्षार्थी पंजीकृत हुए।
- 10 लाख से अधिक लड़के और 13 लाख से अधिक लड़कियां पंजीकृत।
- 600 से अधिक परीक्षा केंद्र।
- 5,000 से अधिक केंद्र अधीक्षक
- 4,800 से अधिक स्कूल शामिल हुए।