Delhi-Bikaner Express : बच्चे के बैग में कपड़े, बिस्किट, चिप्स, जेब में पर्ची-इसे अनाथालय छोड़ दें
Aug 6, 2024, 20:46 IST
RNE Network चलती ट्रेन में यात्रियों की नजर एक ऐसे बच्चे पर गई जिसके साथ कोई नहीं दिख रहा था। उसके पास एक बैग था जिसमें से निकालकर बिस्किट चिप्स आदि खा रहा था। बतलाया तो हंसने लगा। किसी ने कुछ खाने या खेलने को दिया तो ले लिया। हैरान लोग काफी देर तक उसके परिजनों की तलाश करते रहे।
टीटीई को बतया उसने भी तलाश किया। रेलवे पुलिस के जवान भी भी इस प्रक्रिया में जुटे लेकिन कोई नहीं मिला। किसी की नजर बच्चे के जेब में रखे एक कागज पर पड़ी तो इसे निकालकर पढ़ा। उसमें कुछ ऐसा लिखा था कि पढ़ने वालों के चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगी। हाथ कांप गए। बच्चे की और देखकर रुलाई आने को हुई।
यह लिखा था पर्ची में : बच्चे की जेब से मिली पर्ची में लिखा था, "जिस भी इंसान को ये बच्चा मिले तो इसको अनाथालय छोड़े। भगवान आपका भला करेगा, इसका दुनिया में कोई नहीं है, आप ही इसके भगवान हैं।"
इस ट्रेन में मिला बच्चा, यहां उतारा : यह बच्चा दिल्ली-बीकानेर एक्सप्रेस में मिला। चुरू स्टेशन पर RPF के जवानों ने इस उतार लिया। चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम चूरू स्टेशन से अपने ऑफिस लाई। चाइल्ड हेल्पलाइन के अधिकारी पन्ने सिंह ने बताया कि बच्चा अपना नाम अंकित और पिता का नाम मनोज बता रहा है। वह बिहार का रहने वाला है। उसके पिता चाय की दुकान करते हैं। बच्चा अपने बारे में ज्यादा नहीं बता पा रहा है। उसका मेडिकल करवाकर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया है। जहां से उसे नंद गृह में भेजा गया है।
टीटीई को बतया उसने भी तलाश किया। रेलवे पुलिस के जवान भी भी इस प्रक्रिया में जुटे लेकिन कोई नहीं मिला। किसी की नजर बच्चे के जेब में रखे एक कागज पर पड़ी तो इसे निकालकर पढ़ा। उसमें कुछ ऐसा लिखा था कि पढ़ने वालों के चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगी। हाथ कांप गए। बच्चे की और देखकर रुलाई आने को हुई।
यह लिखा था पर्ची में : बच्चे की जेब से मिली पर्ची में लिखा था, "जिस भी इंसान को ये बच्चा मिले तो इसको अनाथालय छोड़े। भगवान आपका भला करेगा, इसका दुनिया में कोई नहीं है, आप ही इसके भगवान हैं।"
इस ट्रेन में मिला बच्चा, यहां उतारा : यह बच्चा दिल्ली-बीकानेर एक्सप्रेस में मिला। चुरू स्टेशन पर RPF के जवानों ने इस उतार लिया। चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम चूरू स्टेशन से अपने ऑफिस लाई। चाइल्ड हेल्पलाइन के अधिकारी पन्ने सिंह ने बताया कि बच्चा अपना नाम अंकित और पिता का नाम मनोज बता रहा है। वह बिहार का रहने वाला है। उसके पिता चाय की दुकान करते हैं। बच्चा अपने बारे में ज्यादा नहीं बता पा रहा है। उसका मेडिकल करवाकर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया है। जहां से उसे नंद गृह में भेजा गया है।

