Movie prime

​​​​​​​New Delhi Railway Station पर भीड़ को देखते हुए 07 हजार यात्रियों के लिए Holding Area बना!

 

RNE NEW DELHI.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सुविधा केंद्र बना, रेल मंत्री वैष्णव बोले, देश के अन्य स्टेशनों पर भी बनेंगे

 नए यात्री सुविधा केंद्र को प्री-टिकटिंग, टिकटिंग और पोस्ट-टिकटिंग ज़ोन में विभाजित किया गया है।
22 टिकट काउंटर, 25 एटीवीएम, उन्नत सुरक्षा प्रणालियाँ और बैठने की जगह, कूलिंग, स्वच्छता और सूचना सुविधाओं सहित व्यापक यात्री सुविधाएँ उपलब्ध
RNE New Delhi.
देश के सबसे व्यस्ततम टर्मिनलों में से एक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर नवनिर्मित यात्री सुविधा केंद्र (Holding Area) का निरीक्षण किया। यह केंद्र किसी भी समय लगभग 7,000 यात्रियों की क्षमता के अनुरूप डिज़ाइन किया गया है, जिससे बोर्डिंग से पहले की सुविधा और आवागमन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "नए विकसित अत्याधुनिक यात्री सुविधा केंद्र त्योहारों के मौसम में यात्रियों को सुविधा प्रदान करेंगे क्योंकि इस समय यात्रियों की संख्या में वृद्धि होती है। इस तरह के यात्री सुविधा केंद्र देश के अन्य स्टेशनों पर भी विकसित किए जाएंगे।"
तीन भागों में ऐसे बांटा होल्डिंग एरिया : 
नए यात्री सुविधा केंद्र को यात्रियों की आवाजाही को सुचारू बनाने के लिए रणनीतिक रूप से तीन क्षेत्रों में विभाजित किया गया है: 2,860 वर्ग मीटर में फैला एक टिकटिंग क्षेत्र, 1,150 वर्ग मीटर में फैला एक पोस्ट टिकटिंग क्षेत्र और 1,218 वर्ग मीटर में फैला एक प्री टिकटिंग क्षेत्र। यह स्थानिक पृथक्करण टर्मिनल के मुख्य प्रवेश द्वार पर भीड़भाड़ कम करने और यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
एस है यात्री सुविधा केंद्र : 
22 आधुनिक टिकट काउंटर और 25 स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें (ATVM)।
200 यात्रियों के बैठने की क्षमता और ठंडक के लिए 18 हाई वॉल्यूम, लो स्पीड (HVLS) पंखे।
652 वर्ग मीटर में निर्मित एक समर्पित शौचालय ब्लॉक, साथ ही एक आरओ-आधारित पेयजल प्रणाली।
24 स्पीकरों से सुसज्जित एक मज़बूत यात्री उद्घोषणा प्रणाली, तीन एलईडी इलेक्ट्रॉनिक ट्रेन सूचना डिस्प्ले और 7 आधुनिक अग्निशमन प्रणाली।
18 सीसीटीवी कैमरे, 5 लगेज स्कैनर और 5 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (DFMD) शामिल हैं।
आसान नहीं था यह होल्डिंग एरिया बनाना : 
उत्तर रेलवे ने निर्माण के दौरान कई जटिल चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया, जिनमें एटीएम, दिल्ली पुलिस केबिन और होर्डिंग बोर्ड जैसी मौजूदा संरचनाओं को आवश्यक रूप से ध्वस्त करना और स्थानांतरित करना शामिल था। इसके अलावा, पानी की लाइनों, जल निकासी प्रणालियों और ऑप्टिकल फाइबर केबल जैसी आवश्यक उपयोगिताओं का संवेदनशील स्थानांतरण दैनिक संचालन में बिना किसी व्यवधान के किया गया।
इसके साथ ही, फुट ओवर ब्रिज 1 (एफओबी 1) के विस्तार के साथ एक आवश्यक बुनियादी ढाँचे का उन्नयन पूरा किया गया। इस विस्तार से यह सुनिश्चित हुआ है कि नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन से उतरने वाले यात्री अब सीधे मेट्रो स्टेशन की ओर निकल सकेंगे, जिससे मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार होगा और प्लेटफ़ॉर्म पर भीड़भाड़ कम होगी।
ये रहे साथ : 
केंद्रीय मंत्री के साथ रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ सतीश कुमार, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा और अन्य वरिष्ठ रेलवे अधिकारी मौजूद थे, जिन्होंने इस सुविधा की योजना और कार्यान्वयन पर विस्तृत जानकारी दी। निरीक्षण ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे के आधुनिकीकरण और यात्रियों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएँ सुनिश्चित करने के लिए रेल मंत्रालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

FROM AROUND THE WEB