RNE Bikaner.
भाषा एवं पुस्तकालय विभाग, राजस्थान सरकार की ओर से हिंदी भाषा में उत्कृष्ट लेखकों की पुरस्कृत करने की योजना के तहत 'हिंदी सेवा पुरस्कार, 2025' बीकानेर की डॉ.हिमांशु भाटिया को दिये जाने की घोषणा की गई है। भाषा एवं पुस्तकालय विभाग, जयपुर के निदेशक एवं पदेन शासन उप सचिव, डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा गठित चयन समिति द्वारा डॉ. हिमांशु भाटिया की चिकित्सा विज्ञान एवं स्वास्थ्य (भारतीय चिकित्सा पद्ति सहित) पर लिखित पुस्तक 'सेरेब्रल पाल्सी : चिकित्सकीय पक्ष एवं दिव्यांग व्यथा, कथा और कानून' के लिये पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया है। इस पुरस्कार के साथ 50 हजार रूपये की राशि प्रदान की जायेगी। उल्लेखनीय है कि विधिवेत्ता और लेखक डॉ. सुरेश कुमार भाटिया की पुत्री डॉ. हिमांशु भाटिया वर्तमान में जिला कलक्टर कार्यालय, बीकानेर में उपविधि परामर्शी पद पर कार्यरत हैं।
डॉ. हिमांशु भाटिया को इस पुस्तक पर पुरस्कार की घोषणा होने पर जिला कलक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह पुस्तक सेरेबल पाल्सी से पीड़ित बच्चों की चिकित्सकीय, अभिभावकीय और भावनात्मक देखभाल के लिये व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करने वाली एक उत्कृष्ट पुस्तक है। अति. जिला कलक्टर (नगर) श्री रमेश देव ने डॉ. भाटिया को बधाई देते हुए पुस्तक को सेरेबल पाल्सी के प्रति जनजागरूकता के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया। वरिष्ठ आरएएस सुश्री सुनीता चौधरी ने डॉ. भाटिया की पुस्तक पर पुरस्कार की घोषणा पर बधाई दी। जनसम्पर्क विभाग के उपनिदेशक और जिला राजभाषा नोडल अधिकारी श्री हरिशंकर आचार्य ने डॉ. हिमांशु भाटिया को बधाई देते हुए उनकी पुस्तक की महत्ता को रेखांकित किया। यह पुरस्कार राज्य स्तरीय हिंदी दिवस समारोह पर आगामी 14 सितम्बर को सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविदयालय एवं नियंत्रक, संलग्न चिकित्सालय प्रेक्षागृह, जयपुर में प्रदान किया जायेगा।
इस पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए डॉ.हिमांशु भाटिया ने बताया कि यह पुस्तक उन्होंने अपनी सेरेबल पाल्सी से पीड़ित बेटी की देखभाल करते समय होने वाली शारीरिक, चिकित्सकीय और भावनात्मक कठिनाईयों और उनके व्यावहारिक समाधान करते समय स्वयं के अनुभव के आधार पर सरल, सहज हिंदी भाषा में लिखी ताकि ऐसे बच्चों की देखभाल के लिये अभिभावकों का मार्गदर्शन हो सके। डॉ. हिमांशु ने अपनी इस पुस्तक और इस पुरस्कार को अपनी दिवंगत पुत्री सिद्धि को समर्पित किया है। पुरस्कार की घोषणा होने पर कलक्ट्रेट परिसर में प्रसन्नता का माहौल रहा। कलक्टर कार्यालय के विनोद यादव, मुहम्मद रियाज भाटी, किस्तुराराम महरिया, आशानंद कल्ला, शिव कुमार व्यास, रामेश्वर लाल जीनगर, ललित मोदी, मनीष जोशी, संजय पुरोहित, मनीष शर्मा, हनुमान आचार्य, अशोक गौड, मनोज व्यास, लीलाधर बोहरा, जगदीश किराडू, विवेक व्यास, कुलदीप सिंह, राजेश किराडू, रितु धीर, पूजा बिश्नोई, पूजा राजवंशी, देवेन्द्र डाबी, किरण जीनगर, लोकेश मखीजा, मो.शफीक, हितेश नारायण श्रीमाली, सुनील बिश्नोई, मनीष श्रीमाली, पवन छींपा, मांगीलाल प्रजापत, लालचंद प्रजापत, शहजाद अली, मो.इस्माईल, नील मणि, नरेन्द्र चौधरी, सिमरन सिरोही, सीमा हरित, सुनीता बेबी उभा, शंकर लाल विश्वकर्मा, रमेश बेनीवाल, राजु पुरी, देवगिरी, पृथ्वी मेहरा, सहित सभी स्टाफ सदस्यों ने डॉ. हिमांशु भाटिया को इस उपलब्धि पर बधाई दी। विधि सेवा के अधिकारी नटवर आचार्य, कपिल तंवर, कन्हैयालाल जोशी, मंजूबाला किराडू, सुनील शर्मा, चन्द्रशेखर व्यास, अफरोज तरन्नुम ने डॉ.हिमांशु भाटिया को इस गौरवमयी उपलब्धि पर बधाई दी।