
NMC : पीजी कर रहे डॉक्टर्स को डिस्ट्रिक्ट रेजीडेंसी प्रोग्राम में चार धाम यात्रा उत्तराखंड में सेवा देने का अवसर
- उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सहयोग मांगा
- एनएमसी ने रेजीडेंट डॉक्टर्स केा डीआरपी में भेजने को कहा
RNE Bikaner.
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू होने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत बढ़ गई है। इसी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार के आग्रह पर National Medical Commission (एनएमसी) ने पीजी कर रहे रेजीडेंट डॉक्टर्स को उत्तराखंड भेजने की छूट सभी मेडिकल कॉलेजों को दी है।
एनएमसी की ओर से जारी पत्र के मुताबिक पीजी कर रहे स्टूडेंट को दूरस्था इलाकों में चिकित्सकीय अनुभव के लिए District Residency Programme (डीआरपी) करना होता है। इस दौरान संबंधित मेडिकल कॉलेज के निकट ग्रामीण क्षेत्रों में इन डॉक्टर्स की ड्यूटी होती है। इसी डीआरपी में रेजीडेंट्स को चार धाम यात्रा में वालंटियर के तौर पर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए भेजा जा सकता है।
एनएमसी के मुताबिक यह डॉक्टर्स के लिए दूरस्थ इलाकों में स्वास्थ्य जरूरतों और त्वरित समाधान की दिखा में सीखने का एक बड़ा अवसर होता है। ऐसे में मेडिकल कॉलेजों से कहा गया है कि वे अपने यहां से जो भी रेजीडेंट डॉक्टर सेवा देने के इच्छुक है उनके प्रस्ताव स्टेट नोडल ऑफिसर को भिजवाएं।
बीकानेर के एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डा.गुंजन सोनी मानते हैं कि चार धाम में रेजीडेंट डॉक्टर्स की सेवा लेने संबंधी एनएमसी का पत्र मिला है। डा.सोनी का कहना है, जो भी रेजीडेंट डॉक्टर इसके लिए इच्छुक होंगे नियमानुसार उनके प्रस्ताव स्टेट नोडल ऑफिसर को भेजे जाएंगे।