आरोपी के पास से सामान्य ज्ञान एवं शैक्षिक मनोविज्ञान के हल प्रश्नपत्र मिले थे
आरएनई,बीकानेर।
सूबे के चर्चित पेपर लीक प्रकरण में जैसे-जैसे तफ़्तीश आगे बढ़ रही है, कड़ी दर कड़ी पूरे गिरोह का काला चिट्ठा खुलता जा रहा है। तफ़्तीश की इसी कड़ी में आरपीएस सदस्य से 60 लाख रुपए में पेपर खरीदकर लाखों रुपए परीक्षार्थियों और अभ्यार्थियों को बेचने वाले आरोपी अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को एसओजी (SOG) टीम ने शुक्रवार को प्रोडक्शन वारंट से गिरफ्तार किया है। न्यायालय ने आरोपी को पूछताछ के लिए 10 दिन के रिमांड पर सौंपा है। मामले में आरोपी का एक साथी भूपेन्द्र सारण 16 फरवरी तक रिमांड पर चल रहा है।
निजी होटल से हुई थी गिरफ़्तारी
एसओजी के एसपी प्रकाश कुमार शर्मा ने आरोपी दूला का वास काला डेरा जयपुर ग्रामीण निवासी अनिल उर्फ शेरसिंह पुत्र गोपाल मीणा को अजमेर केन्द्रीय कारागृह से गिरफ्तार किया। आरोपी को 23 दिसम्बर 2022 को सुखेर थानाक्षेत्र में एक निजी होटल से पकड़ा था। उसके पास वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा 2022 के 24 दिसम्बर 2022 के सामान्य ज्ञान एवं शैक्षिक मनोविज्ञान के विषय के हल प्रश्नपत्र मिले थे।
आरपीएससी का तत्कालीन सदस्य भी था शामिल
अब तक की गई जांच में आया कि आरोपी को राजस्थान लोक सेवा आयोग के तत्कालीन सदस्य बाबूलाल कटारा ने अपने भांजे विजय कुमार डामोर के जरिए 60 लाख रुपए में पेपर उपलब्ध करवाया था। आरोपी से प्रश्नपत्र से कितने रुपए प्राप्त हुए, उक्त राशि के बारे में भी पूछताछ कर बरामद की जानी है। अभियुक्त के साथ कौन कौन से आरोपी सम्मिलित थे, उनकी भूमिका के बारे में पूछताछ करना है। अभियुक्त अजमेर, जयपुर, सिरोही, डूंगरपुर, झुंझुंनू आदि जगह पर ले जाकर जांच करनी है।