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मेडिकल कॉलेज-पीबीएम के ईएमडी अस्थायी कर्मियों ने एमएलए जेठानंद व्यास को पीड़ा बताई

RNE, BIKNAER. 

पीबीएम हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज में लंबे समय से ठेके पर काम कर रहे कर्मचारियों ने सोमवार को कॉलेज-हॉस्पिटल प्रशासन की मौजूदगी में अपनी पीड़ा विधायक जेठानंद व्यास को बताई।

 


सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज-पीबीएम हॉस्पिटल ईएमडी अस्थायी कर्मचारी संघ की मीटिंग में जहां विधायक का सम्मान हुआ वहीं ठेका प्रथा से बचाकर नियमित करने की एकमात्र मांग सुनाई। एसएसबी की अधीक्षक डा.सोनाली ध्वन, नर्सिंग अधीक्षक सीमा, डा.जितेन्द्र आचार्य, बनवारी शर्मा, संजय तिवारी आदि की मौजूदगी में इन कर्मचारियों ने सालों से की जा रही सेवा और उसके बदले ऊंट के मुंह में जीरे जितना मानदेय मिलने की व्यथा सुनाई।


संगठन के अध्यक्ष रविन्द्र मेघवाल की अगुवाई में मिले कर्मचारियों ने कहा, राजस्थान के सभी सरकारी एवं अर्धसरकारी बोर्ड निगम, स्वायत्तशासी संस्थानों में कार्यरत अस्थायी कर्मचारियों को शोषण से मुक्त करवाने के लिये ठेका प्रथा को समाप्त कर अक्टूबर 2023 में आरएसएलडीसी बोर्ड का गठन हुआ था। इसका नोटिफिकेशन आज तक जारी नहीं हुआ। कर्मचारियों ने जल्द नोटिफिकेशन जारी करवाने की मांग उठाई।


इस दौरान संगठन के उपाध्यक्ष महेश शर्मा, सचिव प्रदीप हटीला, मूलचंद जनागल, सहीराम, अजहरूदीन, मोहित नायक, राजकुमार, स्वामी, प्यारेलाल आचार्य, सुनील मेघवाल, मुबारक अली आदि मौजूद रहे।

व्यास ने विधानसभा में उठाया था मसला :

गौरतलब है कि बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानन्द व्यास ने विधानसभा में यह मसला ज़ोर-शोर से उठाया था। उन्होंने ठेका प्रथा में हो रहे शोषण को बंद करने के साथ ही संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने की मांग भी रखी थी।