Skip to main content

PBM UTB Nurses Controversy : 126 नर्सिंगकर्मी मिले, 40 पोस्ट खाली, ज्यों-ज्यों ज्वाइन करते जाएंगे, यूटीबी हटते जाएंगे

RNE Bikaner.

बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल में बीती रात से जबरदस्त हंगामा चल रहा है। यहां 31 अर्जेंट टेम्परेरी बेसिस (यूटीबी) नर्सिंग कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई। इसके बाद देर रात सैकड़ों नर्सेज ने काम छोड़ दिया। हॉस्पिटल में हंगामा कर दिया। सुपरिटेंडेंट का पुतला फूंका। मंगलवार को सुपरिटेंडेंट के कमरे के बाहर पड़ाव डाल दिया। कमरे में घुसकर हंगामा किया। घेराव किया और पुलिस तक बुलानी पड़ी।

जानिये आखिर क्यों है ये आक्रोश : 

दरअसल पीबीएम हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट ने सोमवार को 31 नर्सेज की सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी किया। ये ऐसे नर्सेज हैं जो अर्जेंट टेम्परेरी बेसिस (यूटीबी) पर काम कर रहे हैं। मतलब यह कि इन नर्सेज को जब अत्यधिक जरूरत थी और नियमित कर्मचारी उपलब्ध नहीं थे उस वक्त अस्थायी आधार पर नियुक्ति दी गई थी। इस नियुक्ति के साथ शर्त थी कि जब तक का आदेश हैं तब तक या पहले स्थायी कर्मचारी मिल जाएंगे उस समय तक इनकी सेवाएं ली जाएगी।

अभी इन्हें क्यों हटाया : 

सरकार ने नियमित नर्सिंगकर्मियों की नियुक्ति की है और राज्य के सभी हॉस्पिटलों में इन्हें पदस्थापन के लिए भेजा है। पीबीएम हॉस्पिटल में भी 126 नर्सेज को नियुक्ति का आदेश दिया है। हॉस्पिटल में पहले से 40 पद खाली थे। ऐसे में ज्यों-ज्यों पद भरते जाएंगे त्यों-त्यों अर्जेंट टेम्परेरी बेसिस (यूटीबी) के कर्मचारियों केा हटाते जाएंगे। इसी कड़ी में सोमवार को 31 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी।

pbm

तब क्या और कर्मचारी हटाए जाएंगे :

इस लिहाज से देखा जाए तो आने वाले दिनों में अर्जेंट टेम्परेरी बेसिस (यूटीबी) पर काम कर रहे अन्य कर्मचारियों को भी हटाया जाएगा। ज्यों-ज्यों नियमित कर्मचारी ज्वाइन करते जाएंगे त्यों-त्यों यूटीबी वालों को हटाया जाएगा। अभी कर्मचारियों में गुस्सा दो बातों को लेकर ज्यादा है। पहला-अचानक 31 लोगों को हटाने की जरूरत नहीं थी। सभी पद भरने के साथ ही इस मसले पर सरकार के आदेश आने का इंतजार करना चाहिये था या सरकार से मार्गदर्शन भी मांग सकते थे।

pbm

कर्मचारी नेताओं का आरोप है कि आखिरी आदेश के मुताबिक सभी यूटीबी कर्मचारियों को फरवरी तक का एक्सटेंशन दिया गया था। ऐसे में जल्दबाजी में हटाने के पीछे मंशा पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं। इसके साथ ही कर्मचारियों केा हटाने की प्राथमिकता कैसे तय की गई यानी किस-किस कर्मचारी को हटाना यह कैसे तय किया गया इस पर भी सवाल खड़ा हआ है।

क्या है सुपरिटेंडेंट का तर्क:

पीबीएम हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट डा.पी.के.सैनी का कहना है, यूटीबी को लेकर सरकार का आदेश है कि ज्योंहि नियमित कर्मचारी उपलब्ध हों त्योंहि यूटीबी वालों की सेवाएं खुद-ब-खुद समाप्त हो जाएगी। ऐसे में नियमित कर्मचारी जितने मिले हैं उसी अनुपात में यूटीबी कर्मचारी हटेंगे। हटाने के लिए फार्मूला यह तय किया गया है जो सबसे जूनियर हैं वे सबसे पहले हटेंगे। डा.सैनी का कहना है, अभी और नियुक्तियां आ रही है। ऐसे में नियुक्ति के साथ ही यूटीबी के हटने की प्रक्रिया भी जारी रहेगी। इसके अलावा सरकार कोई नया आदेश देती हैं तो उसी अनुरूप कार्यवाही होगी।