Phalodi News: खेत में पेड़ के नीचे झूलते भाई-बहन पर गिरी बिजली, गांव में कोहराम
- झूला-झूलते सगे भाई-बहिन पर बिजली गिरी, मौत
- लोहावट गांव की घटना : 06 साल की सृष्टि विश्नोई 03 साल के परीक्षित की मौत
- Rajasthan में एक सप्ताह में बिजली गिरने से पांच मौतें
- Bihar में बिजली गिरने से 05 की जान गई
- Bharat में हर साल बिजली गिरने से 3000 मौतें
RNE, Network, Jodhpur-Phalodi.
राजस्थान के एक गांव में झूले पर खेलते सगे भाई-बहिन की बिजली गिरने से दर्दनाक मौत होने के मामला सामने आया है। दुर्घटना फलोदी के लोहवत इलाके की है। इन दो मौतों के साथ ही राजस्थान में एक सप्ताह में बिजली गिरने से 05 मौतें हो चुकी हैं। इससे पहले बूंदी में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की बिजली गिरने से मौत हुई थी।
भाई-बहिन की मौत पर गांव में कोहराम :
फलोदी में लोहावट क्षेत्र के इन्दोलाई नाडी नयाबेरा में शनिवार शाम को बिजली गिरने से खेत में पेड़ के नीचे झूले पर खेल रहे भाई-बहन की मौत हो गई। बिजली गिरने से गंभीर रूप से झुलसे दोनों भाई-बहन को लोहावट उप जिला अस्पताल लाया गया, जिनको चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। दोनों की मौत से गांव में मातम पसर गया।
दरअसल 45 डिग्री तापमान में तपते मरुस्थल के आकाश में जब बादलों का बसेरा होता है तो मन को सुकून मिलता है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक गांव-गुवाड़ी में बाहर आकर बैठते हैं, मौसम का आनंद लेते हैं। ऐसा ही आनंद लेने हरिश राव के खेत में पेड़ के नीचे बने झूले के पास बेटा-बेटी सृष्टि विश्नोई (6), परीक्षित (3) खेल रहे थे। अचानक बिजली गिरने से दोनों भाई-बहन गंभीर रूप से झुलस गए। हॉस्पिटल ले गए जहां उप जिला अस्पताल के प्रभारी डाॅ.प्रदीप विश्नोई ने मृत घोषित कर दिया।
गौरतलब है कि तीन दिन पहले बूंदी जिले रघुनाथपुर गांव में एक मकान पर बिजली गिरने से जीजा, साली और साली की बेटी की मौत हो गई थी। ऐसे एक सप्ताह में राजस्थान में बिजली गिरने से पांच मौतें हो चुकी हैं।
बिहार में पांच की मौत :
बिहार के रोहतास जिले में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में 05 लोगों की मौत हो गई। तीन गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया।
भारत में हर साल 03 हजार लोगों की मौत :
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रतिवर्ष दो हजार से भी ज्यादा लोग बिजली गिरने से मरते हैं। NCRB रिपोर्ट के अनुसार 2000 से 2014 के बीच देश भर में बिजली गिरने से 32,743 लोगों की मौत हुई। पिछले एक दशक में ही देशभर में 25 हजार से ज्यादा लोग वज्रपात की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं।