सांपों के जहर की तस्करी मामले में पुलिस ने यूट्यूबर एल्विश यादव के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट
कैरेत कोबरे सांपों के ज़हर के मिलते थे मुंह मांगे दाम
आरएनई,नेशनल ब्यूरो।
चर्चित यूट्यूबर के ज़हरीले जुर्म की विषैली दुनियां बेपर्दा हुई तो जांच एजेंसियों के होश फाख्ता हो गए। यूट्यूबर का जितना जुर्म संगीन है उससे जायदा उसका शातिर दिमाग। पुलिस ने चार्जशीट में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। जानकारी के अनुसार एल्विश यादव सांपों और उसके जहर के लिए एक वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करता था।
वर्चुअल फोन नंबर को ऑनलाइन फोन नंबर या डिजिटल फोन नंबर के रूप में जाना जाता है। यह फोन नंबर और किसी विशेष डिवाइस या स्थान के बीच के लिंक को तोड़ने की अनुमति देता है। वर्चुअल फोन नंबरों से एक ही नंबर का इस्तेमाल करके इंटरनेट से जुड़े कई उपकरणों पर कॉल ले सकते हैं।
विनय था अहम कड़ी
कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में बताया गया है कि एल्विश को जब पार्टी आयोजित करनी होती थी और उसे सांपों और जहर की जरूरत होती थी तो वह अपने साथी विनय को वर्चुअल नंबर से कॉल करता था। विनय इसके बाद अपने करीबी ईश्वर को कॉल करता था। ईश्वर का संपर्क राहुल समेत अन्य सपेरों से था। ईश्वर के कहने पर सपेरे उसके द्वारा बताए गए ठिकाने पर पहुंच जाते थे। इसी आधार पर पुलिस ने सारी कड़ी जोड़ीं है। विनय के मोबाइल पर एल्विश के वर्चुअल नंबर से कॉल मिली। एल्विश की गिरफ्तारी के बाद नोएडा पुलिस ने उसके साथी विनय और ईश्वर को भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। तीनों को बाद में जमानत मिल गई थी।
24 गवाहों के बयान शामिल
नोएडा पुलिस ने ईश्वर के बैंक्वेट हॉल में सांपों का जहर निकालने का जिक्र भी चार्जशीट में किया है। चार्जशीट में 24 गवाहों के बयान शामिल किए गए हैं। चार्जशीट में नोएडा पुलिस की ओर से बताया गया है कि एल्विश का इस मामले में जेल भेजे गए सपेरों से संपर्क था। एल्विश के खिलाफ लगी एनडीपीएस की धाराओं का आधार भी पुलिस ने इसमें बताया है।
डीसीपी नोएडा विद्या सागर मिश्र ने बताया कि सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। पर्याप्त साक्ष्यों को अदालत के सामने पेश किया गया है। इसमें मुंबई स्थित डिपार्टमेंट आफ फारेंसिक मेडिसीन ताऊ क्सिकोलाजी के विशेषज्ञ की सलाह भी शामिल की गई है।