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BIKANER : फर्जी खरीददार बन डॉक्टर चौधरी और चारण ने सोनोग्राफी मशीन गिरोह का भंडा फोड़ा, बंगाल का निवासी को जयपुर में पकड़वाया

Gang of illegal portable sonography machines manufactured in China busted
 
पीसीपीएनडीटी टीम की बड़ी कार्रवाई
विदेश निर्मित अवैध पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बेचने वाले गिरोह को पकड़ा
एक आरोपी गिरफ्तार, गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए पड़ताल जारी
RNE Jaipur-Bikaner.
एक हैरान करने वाले घटनाक्रम में चीन निर्मित पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन सहित ऐसी मशीनों का कारोबार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। स्वास्थ्य विभाग बीकानेर के संयुक्त निदेशक डॉक्टर देवेंद्र चौधरी अरु पीसीपीएनडीटी प्रभारी महेंद्रसिंह चारण ने फर्जी खरीददार बनकर इस गिरोह को भरोसे में लिया। मशीन सहित बंगाल से इसका अवैध कारोबार करने वाला जयपुर आया और पकड़ा गया।
जानिए क्या है मामला
दरअसल राज्य पीसीपीएनडीटी टीम ने एक बड़ी और सफल कार्रवाई करते हुए देश में अवैध रूप से पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने पश्चिम बंगाल से जयपुर में मशीन बेचने आए गिरोह के एक प्रमुख आरोपी पश्चिम बंगाल के हुगली जिला निवासी 45 वर्षीय अमिताभ भादुरी पुत्र अशोक कुमार ब्राह्मण को गिरफ्तार किया है।
कोलकाता पुलिस को कार्रवाई की सूचना दी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. अमित यादव के निर्देशन में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोलकाता में गिरोह के सरगना और संबंधित कंपनी पर कार्रवाई के लिए वहां की स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन को सूचना दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि विदेश निर्मित इस पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन का बेचान करने वाले गिरोह में कई अन्य लोगों के लिप्त होने की आशंका है, जिस पर टीम गंभीरता से आगे बढ़ रही है। मिशन निदेशक एनएचएम ने बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई से भ्रूण लिंग निर्धारण के अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के बीच हड़कंप मच गया। कन्या भ्रूण हत्या रोकना और इस मामले में लिप्त लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचाना उनकी प्राथमिकता में रहेगा। यह कार्रवाई पीसीपीएनडीटी अधिनियम के सफल क्रियान्वयन और भ्रूण लिंग चयन को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण सफलता है। राजस्थान सरकार लंबे समय से लिंगानुपात में सुधार के लिए सख्त कदम उठा रही है और इस तरह के ऑपरेशन इस कड़ी में एक प्रभावी कदम है।
10 लाख रेट बताई, 06.25 लाख में सौदा, यूं जाल बिछाया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी डॉ. हेमंत जाखड़ ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि एक गिरोह राज्य में पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बेचने का कारोबार कर रहा है। सूचना की पुष्टि होने के बाद टीम गठित कर करीब दो माह तक मामले में रैकी कर गहनता से पड़ताल की गई। गिरोह से संपर्क होने के बाद सामने आया कि पोर्टेबल मशीन 7 से 10 लाख रुपए के बीच देश के विभिन्न राज्यों में बेची जा रही थी। सूचना की पुष्टि के बाद टीम ने हुगली निवासी अमिताभ भादुरी से संपर्क साधा और पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन का सौदा सवा छह लाख रुपए में तय किया।
बॉस को मैसेज-डॉन को पकड़ना नामुमकिन
इस दलाल ने कुछ रुपए एडवांस ऑनलाइन मंगवाए एवं बाकी मशीन की डिलीवरी के समय देना तय हुआ। इसके बाद दलाल मशीन लेकर जयपुर रेलवे स्टेशन पहुंचा और स्टेशन के ही प्रतीक्षालय में रुका। इसी दौरान उसने गिरोह के सरगना को वॉइस मैसेज किया कि "वह सुरक्षा के मद्देनजर यहीं रुका हुआ है और कंपनी के पैसे भी बचा रहा है। बचे हुए पैसों का अपनी सेहत के लिए अच्छा भोजन करूंगा। मैं पूरी तरह सतर्कता बरत रहा हूं। वैसे भी डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है। और वो डॉन हो आप, डॉ. आदित्य मुरारका।" स्टेशन पर रुकने के बाद दलाल मशीन सहित शहर के कुछ प्रमुख स्थलों से घुमाते हुए सेंट्रल पार्क पहुंचा। जहां पहले से ही मौजूद पीसीपीएनडीटी टीम ने अमिताभ भादुरी को धर दबोचा।
ये है कारोबार की पॉलिसी
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी अमिताभ भादुरी यह मशीन लाइफ प्लस हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता के डॉ. आदित्य मुरारका से लेकर यहां बेचान करने आया है। गहन पूछताछ के बाद टीम ने अमिताभ को हिरासत में लिया। साथ ही तत्काल संबंधित थानों और प्रशासन को सूचना देते हुए कंपनी एवं अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया ताकि इस अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के सभी सदस्यों को पकड़ा जा सके और कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध को संपूर्ण देश में रोका जा सके। उन्होंने बताया कि पोर्टेबल मशीन को चलाकर देखा और बारीकी से जांच की गयी है। उन्होंने कहां-कहां इस तरह मशीन बेची और मामले में कौन-कौन लिप्त हो सकते हैं, इसकी गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए हैं।
अवैध तस्करी कर विदेश से भारत में लाते मशीन : 

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 उल्लेखनीय है कि देश में अपंजीकृत पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बैन है। जबकि यह गिरोह इस तरह की मशीन विदेश से खरीद कर दूसरे देशों के यातायात संसाधनों के माध्यम से भारत में लाते हैं। इसके बाद भारत के विभिन्न हिस्सों में मशीन बेचे जाने की जानकारी सामने आई है, जिसकी जांच की जाएगी। केवल एक छोटे सूटकेस में रखे जा सकने वाली इस कलर डॉपलर मशीन के साथ अन्य आवश्यक सामान भी बेचा जा रहा है।

टीम में ये रहे शामिल : 
एएसपी डॉ. जाखड़ ने बताया कि इस कार्रवाई में बीकानेर टीम की अहम भूमिका रही। इस मामले में बीकानेर जोन के निदेशक डॉ. देवेंद्र चौधरी एवं पीसीपीएनडीटी प्रभारी महेंद्र सिंह चारण टीम के साथ रहे और उन्होंने इस मामले की मुखबिरी में भी मुख्य भूमिका निभाई। पहले दिन से लेकर करीब दो माह तक के प्रयासों में उन्होंने उल्लेखनीय योगदान दिया। वहीं पीबीआई थाना के प्रभारी सीआई सत्यपाल यादव,सीआई संतोष कुमार शर्मा एवं पुलिस कार्मिक नरेंद्र कुमार, कैलाश, शानू चौधरी एवं राजंति टीम में शामिल रहे और गिरोह का पर्दाफाश किया।