Deen Dayal Upadhyay Antyodaya Sambal Shivir किसी को पैंतीस साल बाद खाता विभाजन का हक मिला तो कोई खेत में डिग्गी की मंजूरी से खुश
ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहे शिविर
RNE Bikaner.
Rajasthan के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर 24 जून से 9 जुलाई तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े के तहत आयोजित हो रहे शिविर, ग्रामीणों के लिए बेहद लाभदायक साबित हो रहे हैं।
ग्रामीणों को अपने वर्षों से लंबित कार्यों के संपादन के लिए अब कहीं भी भटकने की जरूरत नहीं है। उनकी परसों पुरानी समस्याओं का समाधान घर बैठे हो रहा है।
ऐसा ही दृश्य मंगलवार को पलाना में आयोजित शिविर के दौरान देखने को मिला। जब मदन सिंह और रुगाराम कड़वासरा पुत्र लादूराम शिविर स्थल पर पहुंचे और 35 वर्ष पुरानी समस्या का समाधान देखते ही देखते करवाया। मदन सिंह ने बताया कि उनके खेत के खाते का विभाजन 35 वर्षों से लंबित था। जानकारी तथा दस्तावेजों के अभाव में यह कार्य नहीं हो रहा था, लेकिन मंगलवार को जब ग्राम पंचायत में शिविर लगा तो यह उनके लिए वरदान साबित हुआ। प्रशासनिक अधिकारियों ने प्राथमिकता से साथ 42 बीघा भूमि का विभाजन आपसी सहमति के आधार पर करवा दिया। उन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि सरकार द्वारा समय-समय पर ऐसे कैंप लगाने चाहिए, जो कि ग्रामीणों के लिए बेहद लाभदायक सिद्ध होते हैं।
इसी प्रकार आसाराम, गणेशाराम, बाबूलाल और हरिराम पुत्र खैराज जाट के खेत का आपसी सहमति के आधार पर देखते ही देखते बटवारा हो गया। गणेशाराम ने बताया कि उन्हें इस काम के लिए कहीं भी जाने की जरूरत नहीं पड़ी। इससे आवश्यक समय, धन और ऊर्जा का की बचत हुई। उन्होंने सरकार के इस काम को बेहद लाभदायक बताया और मुख्यमंत्री का आभार जताया।
शिविर के दौरान हो रहे अनेक कार्य :
शिविर के दौरान वन विभाग की ओर से पौध वितरण तथा हरियालो राजस्थान के तहत पौधारोपण, कृषि और उद्यानिकी विभाग द्वारा सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत ड्रिप, मिनी और फव्वारा के स्वीकृति पत्र जारी करना, मृदा के संग्रहण तथा मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण करना, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा लंबित नल कनेक्शन जारी करना और पानी की टंकियां की साफ-सफाई, ऊर्जा विभाग द्वारा बिजली के झूलते तारों को खिंचवाना सहित अनेक कार्य मौके पर किए गए। नायब तहसीलदार रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि शिविर स्थल पर सुबह से ही बड़ी संख्या में ग्रामीणों की आवाजाही रही तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा उन्हें सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।