कांग्रेस के नए अध्यक्ष की कवायद: बीकानेर शहर के लिए अनिल कल्ला, देहात में मनोज सहारण ने किया दावा!
RNE BIKANER
राजस्थान में कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान मंे जिले से लेकर प्रदेश तक की कार्यकारिणी का पुनर्गठन करने का क्रम चल रहा है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से तय किये गये प्रभारी राजेश लिलोठिया सहित राजस्थान प्रदेश कांगेस के ऑब्जर्वर बीकानेर में डेरा डाले हैं। वे कांग्रेस अध्यक्ष बनने के दावेदारों से न केवल दावे ले रहे हैं वरन उनसे मिलकर पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और सोच का पूरा ब्यौरा भी तैयार कर रहे हैं। ऐसे मंे शहर एवं देहात कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए भी बड़ी तादाद मंे दावेदार सामने आ रहे हैं।
शहर कांग्रेस के लिए कल्ला भी दावेदार:
बीकानेर शहर कांग्रेस अध्यक्ष फिलहाल यशपाल गहलोत हैं। एक संभावना यह है कि उन्हें रिपीट किया जाए। हालांकि वे एक से अधिक कार्यकाल पूरा कर चुके हैं और अपना इस्तीफा भी पहले पार्टी को दे चुके हैं। ऐसे मंे अब बड़ी तादाद मंे दावेदार सामने आ रहे हैं।
पूर्वमंत्री डा.बी.डी.कल्ला के भतीजे और शहर कांग्रेस के अध्यक्ष रहे वरिष्ठ नेता जनार्दन कल्ला के बेटे अनिल कल्ला ने भी अध्यक्ष पद के लिए दावा ठोका है। अनिल कल्ला शुरू से ही कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता हैं और पार्टी के बैनर के साथ ही राजीव यूथ क्लब के नाम से लगातार सामाजिक काम करते रहे हैं। ऐसे में उनको भी मजबूत दावेदार माना जा रहा है। अरूण व्यास, नितिन वत्सस, आनंद जोशी, राहुल जादूसंगज आदि भी दावेदारों के रूप में उभरकर आए हैं। पार्टी में अल्पसंख्यक को प्रतिनिधित्व देने की मांग जोर पकड़ रही है। ऐसे मंे पूर्व मेयर मकसूद अहमद, हारून राठौड़, अब्दुल मजीद खोखर आदि के नाम भी प्रमुख से लिये जा रहे हैं।
दूसरी ओर देहात कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए भी दावेदारों की कतार लगी है। यहां बिशनाराम सियाग लंबे समय से अध्यक्ष हैं। सियाग को रामेश्वर डूडी गुट का माना जाता है। इससे पहले महेन्द्र गहलोत तब अध्यक्ष बने जब वे रामेश्वर डूडी के बिलकुल नजदीकी थे। अब अध्यक्ष बदलने की संभावना को देखते हुए कई बार अध्यक्ष रह चुके वरिष्ठ नेता लक्ष्मण कड़वासरा, महेन्द्र गहलोत आदि को भी दावेदार माना जा रहा है। इन सबके बीच कांग्रेस के युवा नेता मनोज सहारण ने प्रभारी से मिलकर अपना दावा पेश किया है।
मनोज सहारण कोलायत विधानसभा क्षेत्र के मूल निवासी है और एनएसयूआई, युवक कांग्रेस से होते हुए लंबे समय से पार्टी के विभिन्न संगठनात्मक दायित्व निभाते रहे हैं। वे देहात कांग्रेस के महासचिव भी रहे हैं। अभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं।
हालांकि अभी शहर एवं देहात अध्यक्ष पद के लिए दावेदारों की कतार लगी है। कोई अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है लेकिन जिस तरह दावेदार सामने आ रहे हैं उससे लगता है कि कांग्रेस में युवाओं की नई खेप आगे बढ़कर जिम्मेदारी संभालने को तत्पर है। जाहिर है कि राहुल गांधी जिस सोच के साथ काम कर रहे हैं उसमें इसी वर्ग से ज्यादा उम्मीदें लगाई जा रही है।