Monsoon Session : 12 बजे दुबारा कार्रवाई शुरू, जबरदस्त हंगामा, 07 मिनट में स्थगित
RNE New Delhi.
लोकसभा में बुधवार सुबह मानसून सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के साथ शुरू हुए हंगामे के कारण सदन की कार्रवाई 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। दोपहर 12 बजे पीठासीन संध्या राय ने ज्योंहि कार्रवाई शुरू की त्योंहि फिर हंगामा चल पड़ा। विपक्षी सदस्यों ने काले कपड़े तक लहराये। उन्होंने सदस्यों से आग्रह किया कि कार्रवाई चलने दें। आचरण सही करें लेकिन इसका असर नहीं हुआ। अलबत्ता इस दौरान कई विधायी कार्य हंगामे के बीच चलते रहे।
07 मिनट में ये 08 काम, 02 बजे तक सदन स्थगित:
इस दौरान सदन के पटल पर कई दस्तावेज प्रस्तुत किये गये। कमेटी की रिपोर्ट रखी गई। मंत्री के स्टेटमेंट आये। इसके साथ ही डा.मनसुख मांडविया ने नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेस बिल रखा इसे पुरस्थापित भी किया गया। इसी तरह डा.मांडविया ने एंटी डोपिंग अमेंडमेंट बिल भी रखा, पुरस्थापित किया।
हंगामे के दौरान ही चंद्रशेखर पेम्मासनी, सतीश चंद्र दुबे, निमुबेद बांभनिया ने मंत्रालयों से संबंधित दस्तावेज टेबल किये। बृजमोहन अग्रवाल ने नेचुरल-ऑर्गेनिक फार्मिंग पर केवीके से जुड़ी रिपोर्ट रखी। विजयकुमार दुबे ने ग्रामीण विकास और पंचायती राज से जुड़ी स्टेंडिंग कमेटी की रिपोर्ट रखी। डा.जितेन्द्रसिंह ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी से जुड़ी रिपोट्स रखी। सदन की कार्रवाई 02 बजे तक स्थगित की गई।
गौरतलब है कि लगातार तीसरे दिन लोकसभा मंे जबरदस्त हंगामा हुआ और सदन की कार्रवाई शुरू होने के 08 मिनट मंे ही स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला विपक्ष की ओर से बार-बार तख्तियां लहराने पर सख्त लहजे में बोले, मैं फिर कहना चाहता हूं कि सदन में तख्तियां लेकर आने वालों पर मुझे निर्णायक कार्रवाई करनी पड़ेगी। जाइये, सदन में बैठिये, मुद्दों पर चर्चा कीजिये। हर विषय पर नियम-प्रक्रिया के तहत चर्चा, संवाद का पर्याप्त अवसर दिया जाएगा।
दरअसल मानसून सत्र के दौरान बुधवार को लगातार तीसरे दिन लोकसभा की कार्रवाई शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। विपक्ष के सांसद हाथों में तख्तियां लिये वैल में आ गये। हालांकि प्रश्नकाल होने से पहला प्रश्न पुकार लिया गया। यह प्रश्न बिहार में रेलवे प्रोजेक्ट को लेकर लवली आनंद और गिरधारी यादव का था। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव सवाल और पूरक सवाल का जवाब भी दे रहे थे लेकिन हंगामा इतना ज्यादा था कि उनकी आवाज दब गई। ऐसे में एक ओर जहां बिहार में रेलवे प्रोजेक्ट पर प्रश्न चल रहा था वहीं प्रदर्शन भी एसआईआर रोकने की मांग पर था। गौरतलब है कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) बिहार में वोटरलिस्ट की प्रामाणिक स्क्रटनिंग के लिए किया जा रहा है। इसे देश के अन्य हिस्सों मंे भी लागू किया जाएगा। विपक्ष इसमें विसंगतियों और पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहा है।
जानिये क्या बोले अध्यक्ष ओम बिरला:
आपसे आग्रह करता हूं कि संसद हमारी गौरवशाली लोकतंत्र की संस्था है। मेरा आग्रह रहता है कि संसद परिसर में अपना व्यवहार, आचरण, कार्यपद्धति मर्यादित होना चाहिये। देश की जनता ने आपको उनकी आवाज, अपेक्षाएं उनकी कठिनाई, चुनौतियां, देश के मुद्दों और नीतियों पर चर्चा करने के लिए भेजा है। जो आचरण सदन में कर रहे हैं, ये देश देख रहा है। आपके राजनीतिक दल के नेताओं को भी कहना चाहता हूं कि देश आपके सदस्यों के आचरण, व्यवहार को देख रहा है।
सदन में तख्तियां लेकर आने वालों पर मुझे निर्णायक कार्रवाई करनी पड़ेगी। जाइये, सदन में बैठिये, मुद्दों पर चर्चा कीजिये। हर विषय पर नियम-प्रक्रिया के तहत चर्चा, संवाद का पर्याप्त अवसर दिया जाएगा। इसके बाद सदन की कार्रवाई 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
गौरतलब है कि लगातार तीसरे दिन लोकसभा की कार्रवाई हंगामे की भेंट चढ़ रही है। ऐसे में अध्यक्ष ओम बिरला के तीसरे दिन ‘कार्रवाई होगी’ चेतावनी वाले सख्त लहजे के लिहाज से देखा जाए तो आज कोई बड़ा निर्णय हो सकता है।