मोदी सरकार की पहलें: युवाओं को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाने की दिशा में कदम
RNE Network.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए न केवल तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं बल्कि गरीब महिला युवा और किसान कल्याण के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं।
मोदी सरकार के इन्हीं प्रयासों की डीडी न्यूज़ ने पड़ताल की और सरकार के विभिन्न कदमों और योजनाओं को अलग-अलग वर्गों में बांटकर उनका विश्लेषण किया। हम आपके लिए लाए हैं एक सीरीज जन जन के प्रधानमंत्री जिसमें हम मोदी सरकार के 11 साल की विभिन्न योजनाओं का लेखा-जोखा आपके समक्ष रखेंगे।
इस सीरीज के तहत आज बात युवा शक्ति की । 21वीं सदी की दुनिया में उभरते भारत के लिए हमारी युवा शक्ति का विशेष महत्व रहने वाला है। इसी के चलते पीएम मोदी ने इसे अमृत पीढ़ी का नाम भी दिया है। साथ ही, उन्होंने युवाओं के सपनों को नई उड़ान देने के लिए स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसी तमाम पहलें शुरू की हैं। ये पहलें किस तरह युवाओं के जीवन को नई ऊंचाई दे रही हैं।
भारत की ताक़त है- उसकी युवा शक्ति। आज 65% आबादी 35 वर्ष से कम है। यही है हमारी अमृत पीढ़ी- जो भारत को 21वीं सदी की महाशक्ति बना रही है।ये है उस परिवर्तन की कहानी है, जिसने भारत के युवाओं को आत्मनिर्भर, सक्षम और विश्व नेतृत्व के लिए तैयार किया है। नरेंद्र मोदी ने बहुत पहले ही इस युवा शक्ति की क्षमता को पहचान लिया और लगातार युवाओं को नई दिशा दी। मोदी सरकार की योजनाओं और दृष्टिकोण ने इस अमृत पीढ़ी को सशक्त किया- हर स्तर पर, हर क्षेत्र में। Skill India ने हुनर दिया, Startup India ने उड़ान... NEP 2020 ने सोच को आज़ादी दी... और Digital India ने वैश्विक मुकाबले की ताकत।
शिक्षा और कौशल के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हुआ। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने छात्रों को कोडिंग, AI, रोबोटिक्स और क्रिएटिव थिंकिंग से जोड़ा। Skill India और PMKVY के तहत करोड़ों युवाओं को ट्रेनिंग मिली – उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के काबिल बनाया।
21वीं सदी का भारत अब नौकरी खोजने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बन रहा है। Startup India ने भारत को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनाया – एक लाख से अधिक रजिस्टर्ड स्टार्टअप्स और 17 लाख नई नौकरियाँ। PMKVY के तहत 1.63 करोड़ युवाओं को विविध कौशल क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया गया है।
फोन, कैमरा और इंटरनेट – अब युवाओं की पहचान और कमाई का जरिया हैं। क्रिएटर्स' इकोनॉमी में लाखों युवा यूट्यूब, गेमिंग, पॉडकास्टिंग और डिज़ाइन से वैश्विक पहचान बना रहे हैं। AVGC सेक्टर के लिए टास्क फोर्स, डिजिटल टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए इनक्यूबेशन सेंटर और यंग क्रिएटर्स को सम्मान, orange इकोनॉमी – यानि 'रचनात्मकता को रोज़गार में बदलने की ताकत'। WAVES Summit जैसे मंचों ने भारत के डिजिटल टैलेंट को दुनिया से जोड़ा।
खेल और फिटनेस भी युवा शक्ति की नई परिभाषा बने। TOPS योजना, Khelo India से हजारों खिलाड़ियों को मिला अंतरराष्ट्रीय मंच , Fit India ने करोड़ों को स्वस्थ जीवन की प्रेरणा दी। अग्निपथ योजना ने युवाओं को राष्ट्रसेवा का अवसर दिया- 1.5 लाख अग्निवीर अब देश की रक्षा में योगदान दे रहे हैं।
आज का युवा सिर्फ कॉलेज छात्र नहीं वह डिजिटल भारत का निर्माता है। वह सिर्फ नौकरी तलाशने वाला नहीं बल्कि स्टार्टअप से देश बदलने वाला Game-changer है। वह सिर्फ खिलाड़ी नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माता है। यही है अमृत पीढ़ी- जो सिर्फ सपने नहीं देखती, उन्हें साकार करती है। हम बदल रहे हैं, और हमारे साथ बदल रहा है भारत। क्योंकि अब देश कह रहा है- युवा शक्ति, राष्ट्र शक्ति!