New District : हरियाणा के इस मुख्यमंत्री के नाम सबसे ज्यादा जिले बनाने का रिकार्ड, अब यह शहर जिला बनने की दौड़ में
हरियाणा को हांसी के रूप में नया जिला मिला है। ऐसे में हरियाणा में जिलों की संख्या बढ़कर 22 से 23 हो गई है। जल्द ही हरियाणा में इन जिलों की संख्या बढ़ सकती है। हांसी को जिला बनाने के बाद अब 24 वें जिला बनने का सौभाग्य डबवाली व गोहाना को मिलने वाला है। हालांकि पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार की अध्यक्षता में गठित कमेटी के पास हरियाणा के 11 नए जिले बनाने का प्रस्ताव आया है, लेकिन इनमें से अधिकतर शहरों के पास जिला बनाने का पर्याप्त संसाधन नहीं है और जनसंख्या के अलावा क्षेत्र की कंडीशन को भी पूरा नहीं करते है।
ऐसे में कई जिला बनने से बाहर हो सकते है। हालांकि डबवाली, गोहाना जिला बनने के नियमों को लगभग पूरा कर रहे है। ऐसे में सरकार इनको जिला बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। अगले साल शुरू हो रहे जनगणना के काम के चलते प्रशासनिक सीमाओं में बदलाव के लिए सिर्फ 31 दिसंबर तक का ही हरियाणा सरकार के पास समय है।
इसके बाद अगला जिला बनाने के लिए सरकार को जनगणना होने तक लगभग दो साल का इंतजार करना हेागा। गोहाना व डबवाली के साथ सफीदों को भी जिला बनाने की चर्चा पूरी है, लेकिन अगर गोहाना को नया जिला बनाया जाता है तो सफीदों को जिला नहीं बनाने की संभावनाएं ज्यादा बढ़ सकती है, क्योंकि सफीदों के साथ लगते असंध को भी जिला बनाने की मांग लंबे समय से चली आ रही है।
हरियाणा के गठन के बाद बन चुके हैं 15 नए जिले
पंजाब से अलग होकर हरियाणा को अलग प्रदेश बनने के बाद नया जिला बनाने का काम लगातार चल रहा है। हरियाणा गठन के बाद से हरियाणा में 15 नए जिले बन चुके है। बात की जाए तो हरियाणा का गठन एक नवंबर 1966 को हुआ था। उस समय हरियाणा में केवल सात जिले थे और इन जिलों का क्षेत्रफल सबसे ज्यादा था।
हरियाणा गठन के समय सात जिले अंबाला, गुड़गांव, करनाल, हिसार, जींद, महेंद्रगढ़ और रोहतक थे। उस समय सबसे बड़ा जिला बनाने का सौभाग्य हिसार को मिला था, लेकिन इसके बाद हिसार से कई जिले निकल चुके है और अब बात की जाए तो हिसार सबसे छोटे जिलों की लिस्ट में शामिल हो जाएंगे। हिसार से अब तक सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, हांसी को नया जिला बनाया जा चुका है। उनमें से छह जिले चौधरी बंसी लाल, चार जिले ताऊ देवीलाल, दो-दो जिले चौधरी भजन लाल और चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा व एक जिला मनोहर लाल की सरकार में बना।
अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार में हांसी 16वां नया जिला बनने जा रहा है। हालांकि सरकार के पास अब असंध, नारायणगढ़, मानेसर, पटौदी, पिहोवा, बरवाला और सफीदों को भी नया जिला बनने का प्रस्ताव पहुंचा है, लेकिन यह जिले नियमों को पूरा नहीं कर पा रहे है। इसके कारण इनको जिला बनाने में समय लग सकता है।
हरियाणा का सबसे बड़ा जिला सिरसा
नए जिले के गठन के बाद हरियाणा में क्षेत्रफल के हिसाब कम हो गया है। हरियाणा में क्षेत्रफल के आधार पर सिरसा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला रह गया है। जबकि सबसे छोटा जिला फरीदाबाद है। अगर जनसंख्या के हिसाब से हरियाणा का सबसे बड़े जिले की बात की जाए तो वह फरीदाबाद है और जनंसख्या के हिसाब से सबसे छोटा जिला पंचकूला है।
नये जिलों के लिए 125 से 200 गांव, एक या दो उपमंडल, एक से तीन तहसील या उप तहसील, चार लाख जनसंख्या, 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल तथा किसी अन्य जिला मुख्यालय से दूरी 25 से 40 किलोमीटर होनी चाहिए।
सत्यमेवपुरम से बना मेवात और फिर नूंह
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयती पर दो अक्टूबर 2004 को तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने मेवात को जिला बनाने की घोषणा करते हुए इसका नाम 'सत्यमेवपुरम' रखा था। इसके बाद सत्ता परिवर्तन हुआ तो तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चार अप्रैल 2005 को मेवात के नाम से नए जिले का गठन कर दिया। इसके बाद 12 अप्रैल 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मेवात का नाम बदलकर नूंह करते हुए अधिसूचना जारी कर दी।

