Haryana : हरियाणा के तीन लाख 28 हजार किसानों को सरकार देगी 4500-4500 रुपये
प्रदेश में धान की सीधी बिजाई करने वाले 49384 किसानों का सर्वे अधूरा ही रह गया। इसकी वजह सात दिन चलने वाले पोर्टल तीन बंद रहा। अब डीएसआर का सर्वे अधूरा होने के चलते बुधवार को कृषि एवं कल्याण विभाग ने दोबारा से पोर्टल खोल दिया। कृषि विभाग के एडीओ को अब 15 अगस्त तक धान की सीधी बिजाई करने का भौतिक सत्यापन करना होगा।
हरियाणा में चार अगस्त तक 8781 किसानों के डीएसआर धान का ही भौतिक सत्यापन हो पाया। अभी तक के सर्वे में 40670.37 एकड़ धान सीधी बजाई की बजाए रोपाई वाला मिला है। जिसमें जींद में 10599 एकड़ और सिरसा में 7423 एकड़ धान ऐसा मिला है जो कि किसानों ने सीधी बिजाई दिखाकर पोर्टल पर अपलोड कर दिया, लेकिन भौतिक सत्यापन में रोपाई वाला मिला है।
प्रदेश में अबकी बार तीन लाख 28 हजार 995 एकड़ में धान की सीधी बिजाई हुई। यह डाटा किसानों ने खुद पोर्टल पर अपलोड किया। सीधी बिजाई करने पर 4500 रुपये अनुदान दिया जाता है। कृषि एवं कल्याण विभाग ने 23 जुलाई से प्रदेश के 12 जिलों में धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों की वेरीफिकेशन का काम शुरू कर दिया।
यह काम 30 जुलाई तक पूरा करना था। परंतु पोर्टल के तीन दिन बंद रहने और स्टाफ की कमी के चलते किसी भी जिले में वेरीफिकेशन का काम पूरा नहीं हो पाया। ऐसे में जिलों में तैनात डीडीए ने कृषि एवं कल्याण विभाग को पत्र लिखकर दोबारा से पोर्टल खोलने के लिए अनुरोध किया, ताकि अधूरा सर्वं पूरा किया जा सकें। अभी तक 2 लाख 38 हजार 643 एकड़ की वेरीफिकेशन शेष है।