Haryana : हरियाणा सरकार ने जन्माष्टमी पर गरीब परिवारों को दिया तोहफा, पांच-पांच लाख रुपये बैंक खाते में किए ट्रांसफर
जन्माष्टमी पर्व पर हरियाणा सरकार ने प्रदेश के गरीब परिवारों को तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना (दयालु) के तहत गरीब परिवारों के खाते में राशि को ट्रांसफर किया है। दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना प्रदेश के गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है।
जन्माष्टमी पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अंत्योदय परिवारों में शामिल 2020 परिवारों का योजना के तहत चयन किया गया था। जहां पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने एक क्लिक पर इन परिवारों के खाते में 76 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर कर दी। इन परिवार के किसी सदस्य की असमय मृत्यु या स्थायी दिव्यांगता होने के चलते यह राशि ट्रांसफर की गई है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी कि सरकार का दायित्व है कि वह अपने नागरिकों के कठिन समय में परिवार के साथ खड़ी हो। इसी सोच के तहत यह योजना ऐसे परिवारों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है, जिनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये तक है।
दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना1 अप्रैल 2023 से लागू है। हरियाणा सरकार की तरफ से अब तक 36 हजार 651 परिवारों को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है और सरकार की तरफ से पात्र गरीब परिवारों के बैंक खातों में 1380 करोड़ रुपये की सहायता दी जा चुकी है। इस योजना के तहत एक लाख 80 हजार रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवार के छह वर्ष से 60 वर्ष तक की आयु के सदस्य की मृत्यु या दिव्यांग होने पर 5 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन लौटाया नहीं जा सकता, लेकिन आर्थिक सहारा देकर कठिन समय में परिवार को संभालना संभव है। दयालु योजना का संचालन इसी उद्देश्य के साथ किया जा रहा है। दयालु योजना के तहत गरीब परिवारों के छह से 12 साल तक के बच्चे की मृत्यु या 100 प्रतिशत दिव्यांग होने पर एक लाख रुपये दिए जाते हैं।
इसी प्रकार से 12 से 18 वर्ष की आयु पर दो लाख रुपये, 18 से 25 वर्ष की आयु तक तीन लाख रुपये, 25 से 45 वर्ष की आयु पर पांच लाख रुपये और 60 साल की आयु तक तीन लाख रुपये का प्रविधान किया गया है।