CET Update : सीईटी में ये गलती की तो पांच साल के लिए हो जाओंगे बैन
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) में नकल रोकने के लिए बड़ा निर्णय लिया है। 26-27 जुलाई को होने वाले सीईटी में नकल करने वालों पर पहली बार यूएमसी (अनुचित साधन केस) बनाया जाएगा। यह परीक्षा के दौरान वा बाद में भी बनाया जा सकेगा। परीक्षा के बाद भी आयोग सेंटर में लगे सीसीटीवी के फुटेज जांचेगा। अगर इसमें कोई अभ्यर्थी संदिग्ध गतिविधि करते दिखा तो नकल का केस बनाया जाएगा।
परीक्षा में नकल या अनुचित साधनों के प्रयोग पर परीक्षार्थभ् पांच साल तक हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की कोई भी परीक्षा नहीं दे सकेगा। इन्हें इस समयावधि तक परीक्षाओं के लिए डीबार किया जाएगा। यहीं नहीं इस बार सीईटी के प्रश्न-पत्रों के लिफाफों की सील अभ्यर्थियों को दिखाई जाएगी। दो अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर भी कराए जाएंगे, जिसमें वे लिफाफा देखकर लिखेंगे कि प्रश्न-पत्र पूरी तरह से सीलबंद हैं। इसके बाद ही प्रश्न-पत्र बांटे जाएंगे।
अनुचित साधनों के प्रयोग पर परीक्षाओं के लिए बैन किया जाएगा
परीक्षा में नकल, अनुचित सामग्री के प्रयोग, किसी अभ्यर्थी से धोखाधड़ी, जाली दस्तावेज के साथ उपस्थित होने, मोबइल फोन, जासूसी कैमरे, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट लाने, प्रश्नपत्र वा परीक्षा सामग्री का फोटो व वीडियो बनाने, सेंटर के अधिकारियों-कर्मचारियों पर हमला करने, हथियार दिखा धमकाने-डराने पर पांच साल तक एचएसएससी की परीक्षाओं के लिए बैन होंगे। परीक्षा संबंधी बुनियादी ढांचे उपकरणों को नुकसान पहुंचाने, परीक्षा केंद्र के अधिकारियों कर्मचारियों से दुर्व्यवहार करने, परीक्षा में बाधा डालने, अभ्यर्थियों को परीक्षा न देने के लिए उकसाने,
गलत-झूठे बयान देने, अहम जानकारी छिपाने, जाली दस्तावेज देने, एक परीक्षा में एक से अधिक बार उपस्थित होने पर तीन साल तक एचएसएससी की परीक्षाएं नहीं दे पाएंगे। परीक्षा से संबंधित कोई सामग्री जैसे ओएमआर शीट, रफ शीट, प्रवेश पत्र को प्रति आदि को परीक्षा हॉल से ले जाने या परीक्षा के दौरान अनधिकृत व्यक्तियों को देने, बिना बताए परीक्षा स्थल छोड़ने पर एचएसएससी की परीक्षाओं के लिए 2 साल तक डीबार किया जा सकता है।
हर कमरे में 4-4 सीसीटीवी लगेंगे, पंचकूला में बनेगा कंट्रोल रूम
परीक्षा केंद्र के हर कमरे में 4-4 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। वे चारों दिशाओं को कवर करेंगे। इनके जरिए परीक्षा केंद्रों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एचएमएससी के पंचकूला स्थित कार्यालय में कंट्रोल रूम बनेगा। यहां आयोग के चेयरमैन एडवोकेट हिम्मत सिंह तकनीकी स्टाफ के करीब 40 सदस्यों के साथ मौजूद रहेंगे। आयोग ने सीईटी को लेकर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) गठित की है। यह सभी सेंटरों को पल-पल की अपडेट जानकारी देगी। जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई भी कर सकेगी।
24 अभ्यर्थियों पर एक टीचर, हाजिरी बायोमीट्रिक से लगेगी
परीक्षा में 24 अभ्यर्थियों पर एक टीचर की ड्यूटी होगी। 300 अभ्यर्थियों पर एक सुपरिटेंडेंट नियुक्त होगा। स्टाफ नकल संलिप्त मिला तो विभागीय कार्रवाई होगी अभ्यर्थियों की हाजिरी बायोमीट्रिक व हाजरी से लगाने की तैयारी है। परीक्षा करीब 13 हजार पुलिसकर्मियों की तैनात की जाएगी। परीक्षा में जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगेगी, उनकी फाइनल रिहर्सल पंचकूला में होगी।
सीईटी के लिए 13.4 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। 12.37 लाख से ज्यादा ने प्रवेश पत्र भी डाउनलोड कर लिए हैं। पंजीकरण कराने वालों में 55 प्रतिशत पुरुष और 45 प्रतिशत महिला परीक्षार्थी हैं। 14 से 15 हजार दिव्यांग हैं। इनके सेंटर गृह जिलों में ही दिए जाने का दावा है।