Punjab : पंजाब में आसमान से बरसी आफत से 23 जिले बाढ़ से हुए तबाह, 37 लोगों की मौत
1,655 गांवों के 3.55 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। राहत-बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। फिरोजपुर में हरीके हेडवर्क्स से बुधवार सुबह छोड़े गए 3,18,159 क्यूसेक पानी से जिले के 100 से अधिक गांवों में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है
पंजाब में लगातार हो रही बारिश ने 22 जिलों में बाढ़ की स्थिति और गंभीर कर दी है। बुधवार तक राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई, जबकि 1.75 लाख हैक्टेयर से अधिक फसलें 23 जिलों में तबाह हो गई। यह 1988 के बाद की सबसे भीषण बाढ़ मानी जा रही है। 1,655 गांवों के 3.55 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं।
राहत-बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। फिरोजपुर में हरीके हेडवर्क्स से बुधवार सुबह छोड़े गए 3,18,159 क्यूसेक पानी से जिले के 100 से अधिक गांवों में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। भाखड़ा, रणजीत सागर डैम से क्रमशः 75 हजार व 67,560 क्यूसेक पानी सतलुज व रावी दरिया में छोड़ा गया है।
हालात की गंभीरता देखते हुए राज्य सरकार के मुख्य सचिव एवं स्टेट एग्जीक्यूटिव कमेटी के चेयरमैन केएपी सिन्हा ने आपदा प्रबंधन अधिनियम-2025 के तहत आपात आदेश जारी किए हैं। जिलाधिकारियों को धारा 34 के तहत सभी तात्कालिक कदम उठाने की छूट दी गई है। सभी जिलों को 71 करोड़ रुपए राहत कार्यों के लिए जारी किए गए हैं। सभी स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालय 7 सितंबर तक बंद कर दिए गए हैं। चिंता की बात ये है कि भाखड़ा का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ 2.16 फीट नीचे है।
केंद्रीय कृषि मंत्री आज पंजाब में
केंद्र और राज्य स्तर से भी मदद पहुंच रही है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पंजाब भेजने का फैसला किया है। राहत कार्यों के लिए राज्यसभा सांसद राघव चड्डा ने 3.25 करोड़, संदीप पाठक ने 5 करोड़ और बलबीर सिंह सीचेवाल ने 50 लाख रुपये देने का ऐलान किया है। सरकार की ओर से बाढ़ग्रस्त 1655 गांवों में 1-1 नोडल अफसर तैनात किए जा रहे हैं। अफसर के साथ दो से तीन कर्मचारी भी रहेंगे। डीसी के नेतृत्व में नोडल अफसर प्रदेश में हुए नुकसान का ब्लू प्रिंट तैयार करेंगे। इसी आधार पर मुआवजा तय होगा।