प्रधानमंत्री मोदी ने किया 23 खंडों का विमोचन, भारतीय साहित्य के लिए ऐतिहासिक पहल
RNE Network, New Delhi.
प्रधानमंत्री आवास पर आज एक गरिमामय समारोह में महाकवि सुब्रमण्यम भारती की जन्म जयंती के अवसर पर उनके संपूर्ण संकलित रचनाओं के अंतिम 5 खंडों का लोकार्पण किया गया। इस महत्वपूर्ण साहित्यिक पहल को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रस्तुत किया।
कालानुक्रमिक क्रम में प्रकाशित संग्रह :
“काळा वरिसायिल भारती पदैप्पुगल” शीर्षक से प्रकाशित इन 23 खंडों का संपादन और चयन प्रसिद्ध साहित्यकार सीनी विश्वनाथन ने किया है। इस आयोजन में सीनी विश्वनाथन स्वयं उपस्थित रहे और माननीय प्रधानमंत्री ने उनके छह दशकों के श्रम को साहित्य जगत के लिए “एक बेंचमार्क” करार दिया।
लोकार्पण से पूर्व, साहित्य अकादेमी के सचिव श्री के श्रीनिवासराव ने इन खंडों के महत्व और उनके चयन प्रक्रिया के बारे में माननीय प्रधानमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति :
इस अवसर पर माननीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत, माननीय संस्कृति राज्य मंत्री श्री राव इंद्रजीत सिंह, और माननीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन उपस्थित रहे। संस्कृति मंत्रालय के सचिव अरुणीश चावला सहित कई अन्य अधिकारी भी समारोह का हिस्सा बने।
भारतीय साहित्यकारों की भागीदारी :
कार्यक्रम में विभिन्न भारतीय भाषाओं के प्रमुख साहित्यकार भी मौजूद थे, जिन्होंने महाकवि सुब्रमण्यम भारती की साहित्यिक धरोहर पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने इस ऐतिहासिक पहल को भारतीय साहित्य के लिए मील का पत्थर बताया और कहा कि यह संकलन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देगा।