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JAIPUR : गुरुग्राम में इंसानी अंगों का सौदा, जयपुर के फोर्टिस में ट्रांसप्लांट!

RNE, NETWORK .

राजधानी जयपुर के नामी हॉस्पिटल फोर्टिस में मानव अंगो के व्यापार को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ है। झारखंड निवासी मोहम्मद अंसारी इस गिरोह का मुख्य सरगना था जो पुलिस के अभी तक हाथ नहीं लगा। इस गिरोह के तार बांग्लादेश तक जुड़े हुए है। अंगों की खरीद फरोख्त गुरुग्राम में हो जाती थी। सब कुछ फाइनल होने के बाद मरीज को जयपुर के नामी हॉस्पिटल फोर्टिस में भेजा जाता था।

अंसारी के दलाल ही अंग बेचने व अंग लगाने वालों की पूरी व्यवस्था करते थे। अंगों की खरीद फरोख्त का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री के उड़न दस्ते एवं गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक गेस्ट हाउस पर छापा मारा, लेकिन जयपुर में कार्रवाई होने की भनक लगने पर गुरुग्राम टीम के पहुंचने से पहले ही गिरोह का सरगना और उसके साथी वहां से भाग गए थे। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।

सिविल सर्जन ने करवाई एफआईआर

गिरोह का पूरा पर्दाफाश होने के बाद इस संबंध में गुरुग्राम के स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने स्थानीय सदर थाने में मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि झारखंड निवासी मोहम्मद अंसारी अपने साथियों के साथ दिल्ली एयरपोर्ट से बांग्लादेशी मरीजों को गुरुग्राम स्थित गेस्ट हाउस और होटल में रुकवाता था और बाद में किडनी ट्रांसप्लांट करने के लिए जयपुर के फोर्टिस हॉस्पिटल में भेजता था।

ऐसे होती थी डील

जानकारी के अनुसार किडनी ट्रांसप्लांट करने के बदले एक मरीज से लाख रुपए वसूलते थे और किडनी देने वाले व्यक्ति को चार लाख रुपए देते थे। किडनी बेचने वाले को 2 दो लाख सर्जरी से पहले और 2 लाख रुपए सर्जरी के बाद देते थे। मोटी रकम गैंग आपस में बांट लेती है। गुरुग्राम पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में भी लिया है।

ऐसे हुआ खुलासा

गौरतलब है कि राजस्थान एसीबी ने अंग प्रत्यारोपण के लिए निजी हॉस्पिटलों को एसएमएस अस्पताल की कमेटी के नाम पर रिश्वत लेकर फर्जी एनओसी देने के मामले का 2 अप्रैल को ही खुलासा किया था। एसीबी ने एसएमएस अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह व फोर्टिस हॉस्पिटल के विनोद व ईएचसीसी हॉस्पिटल के अनिल जोशी को गिरफ्तार किया था। इस गिरोह का मुख्य सरगना अभी फरार है।