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Punjab Rail : रेल मंत्रालय ने पंजाब को दी नई सौगात, होशियारपुर-जालंधर तक का रेल सफर होगा सुपरफास्ट

रेल मंत्रालय की तरफ से होशियारपुर-जालंधर तक तक चलने वाली ट्रेनों को सुपरफास्ट चलाने का निर्णय लिया है। अब इस रेलवे लाइन पर यात्रियों को सफर करने मे कम समय लगने वाला है।
 

रेल मंत्रालय ने पंजाब को नई सौगात दी है। रेल मंत्रालय की तरफ से होशियारपुर-जालंधर तक तक चलने वाली ट्रेनों को सुपरफास्ट चलाने का निर्णय लिया है। अब इस रेलवे लाइन पर यात्रियों को सफर करने मे कम समय लगने वाला है। रेल मंत्रालय की तरफ से होशियारपुर-जालंधर रेलवे ट्रैक पर रेलगाड़ी 110 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी।

इस समय ट्रैक पर रेलगाड़ी की अधिकतम रफ्तार 80 किलोमीटर तय है। होशियारपुर-जालंधर कैंट के बीच रेलवे ट्रैक पर विद्युतीकरण का काम पिछले साल मुकम्मल कर लिया गया था। इसके पश्चात लगातार सुरक्षा मानक की जांच के पश्चात अब रेलवे की तरफ से 110 किलोमीटर प्रति घंटे से रेलगाड़ी को चलाने की मंजूरी प्रदान कर दी गई है।

इस बात की पुष्टि करते हुए फिरोजपुर रेल डिवीजन में तैनात डिवीजनल रेल मैनेजर संजय कुमार ने बताया कि मंजूरी मिलने के पश्चात अब जल्द ही होशियारपुर-जालंधर के बीच रेलगाड़ी 110 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी।

डीआरएम ने बताया कि फिरोजपुर मंडल में रेलयात्रियों को बेहतर एवं तीव्र गति से यात्रा सुविधा प्रदान करने हेतु लगातार काम किया जा रहा है। इसी क्रम में जालंधर कैंट और होशियारपुर सिंगल लाइन विद्युतीकृत रेलखंड पर यात्री रेलगाड़ियों की अधिकतम गति 80 किमी/घंटा से बढ़ाकर 110 किमी/घंटा करने की अनुमति प्रदान की गई है।

रेलवे ने सभी तकनीकी और सुरक्षा शर्तों का पालन सुनिश्चित करते हुए यह निर्णय लिया गया है। जालंधर कैंट और होशियारपुर रेलखंड के बीच में गति की वृद्धि होने से श्री माता चिंतपूर्णी जी आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा आरामदायक और सुविधाजनक होगी। यह रेलखंड माल ढुलाई के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

होशियारपुर गुड्स शेड एवं नसराला गुड्स शेड को भी सुविधा प्रदान करेगा। इस निर्णय से जालंधर कैंट-होशियारपुर रेलखंड पर ट्रेनों की औसत गति में वृद्धि होगी, जिससे शीघ्र ही रेलयात्रियों को तेज, सुरक्षित एवं सुविधाजनक यात्रा सुविधा का अनुभव प्राप्त होगा।

1905 में जालंधर कैंट तक बना था ट्रैक

बता दें कि होशियारपुर-जालंधर रेलवे ट्रैक का निर्माण ब्रिटिश हुकूमत काल के दौरान 1905 में हुआ था। रेलवे उस समय होशियारपुर से अफगानिस्तान की सीमा तक सैनिकों को पहुंचाने के लिए रेलगाड़ी चलाया करती थी। 120 सालों में होशियारपुर रेलवे स्टेशन का तीन साल पहले तत्कालीन केंद्रीय राज्यमंत्री सोम प्रकाश के प्रयास से जीणर्णोद्धार हो रहा है।

अभी सिर्फ एक रेलगाड़ी सीधे होशियारपुर से आगरा के बीच चल रही है। बाकी 6 जोड़ी रेल और मालगाड़ी होशियारपुर-जालंधर के बीच दौड़ रही हैं। अब रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बाद उम्मीद जगी है कि होशियारपुर रेलवे स्टेशन से और भी रेलगाड़ियों को चलाने की मंजूरी मिलेगी।