Railway Department : रेलवे ने कर्मचारियों को दिया मिली बड़ी राहत, अब विभाग बदल सकेंगे कर्मचारी
रेलवे ने विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को बड़ी राहत देने का काम किया है। रेलवे ने कर्मचारियों की कौशल क्षमता को बढ़ाने के लिए फैसला लिया है। अब रेल कर्मचारी एक ही कार्यालय में रहते हुए अपने विभाग में बदलाव कर सकते है। रेलवे के सामने आ रहा था कि काफी कर्मचारी तकनीकी शिक्षा लिए हुई है, लेकिन इसमें अधिकतर कर्मचारी गैर तकनीकी कार्य में लगे हुए है।
इसके कारण उनका तकनीकी ज्ञान काम उनके काम नहीं आ रहा है। जबकि काफी कर्मचारी ऐसे थे जो तकनीकी काम को करना नहीं चाहते है और वह गैर तकनीकी काम में जाना चाहते है। ऐसे ही कर्मचारियों को रेलवे विभाग ने बड़ी राहत दी है और कर्मचारियों को अपना विभाग बदलने की अनुमति दी है।
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लॉइज यूनियन के मंडल अध्यक्ष केएस अहलावत और मंडल मंत्री राकेश यादव ने कहा कि इस मामले की लंबे समय से बोर्ड से मांग की जा रही थी और अब इस मांग को मान लिया गया है।
रेलवे बोर्ड ने जुलाई 2018 में आदेश जारी करके लेवल-1 (सभी विभागों के ग्रुप डी कर्मचारी) के अलग अलग कैटेगरी के कर्मचारियों को म्यूचुअल तरीके से तबादले की अनुमति दी गई थी। पहले यह सुविधा केवल सामान कैटेगरी के कर्मचारियों को मिली थी, लेकिन अब रेलवे बोर्ड ने अलग-अलग कैटेगिरी के कर्मचारियों को अपना विभाग बदलने की अनुमति दी है।
गिरीश चतुर्वेदी ने बताया कि रेलवे बोर्ड में स्थायी वार्ता तंत्र की बैठक में एआईआरएफ महामंत्री मिश्रा और यूनियन महामंत्री माथुर ने इसे पुरजोर तरीके से उठाया। इसके बाद बोर्ड ने इसे मानते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे के पीसीपीओ प्रदीप कुमार सिंह सहित सभी जोनल रेलवेज को निर्देश दिए हैं कि वर्ष 2018 के आदेश अलग-अलग कैटेगरी में एक ही मंडल में कार्यरत कर्मचारियों के म्यूचुअल ट्रांसफर पर भी लागू होंगे।
इससे उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर सहित चारों मंडलों और तीनों कारखानों के इंजीनियरिंग, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, एसएंडटी, ट्रैफिक, अकाउंट्स, स्टोर, मेडिकल विभाग के कर्मचारियों को फायदा होगा। रेलकर्मियों ने इसे एआईआरएफ और एंप्लॉइज यूनियन की बड़ी जीत बताया है।