Indian Railway: रेलवे कर्मचारियों को मिली बड़ी सौगात, रिटायरमेंट के बाद भी री-इंगेजमेंट पॉलिसी के तहत कर सकेंगे नौकरी
Indian Railway: भारतीय रेल में अब कर्मचारियों को रिटायर होने की चिंता नहीं करनी होगी, बल्कि फिर से री-इंगेजमेंट पालिसी के तहत तैनात की जाएगी। रेल मंत्रालय ने देश भर के सभी मंत्रालयों को बनाई गई पालिसी का हवाला देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अब रिटायरमेंट होने के बाद कर्मचारियों का लोड कम करने के लिए रिटायर हो चुके कर्मचारियों को फिर से तैनात कर दिया जाएगा।
रेलवे में टिकट चेकिंग स्टाफ, बुकिंग क्लर्क, रिजर्वेशन क्लर्क सहित कई ब्रांचों के कर्मचारी अब नई पालिसी के तहत फिर से रेलवे में जिम्मेदारी संभाल सकते हैं।
हालांकि यह कर्मचारी कब तक कार्यरत रहेंगे और इनका वेतन कितना होगा इसके बारे में अलग से गाइडलाइन जारी की जाएंगी। रेल मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जिस पद से कर्मचारी रिटायर हो रहा है, यदि उससे सीनियर तीन लेवल ऊपर का कर्मचारी है तो वह जूनियर पद पर भी तैनात किया जा सकता है।
अमूमन जिस पद से - कर्मचारी रिटायर होता था, वह पद खाली हो जाता था जिसका लोड दूसरे कर्मचारियों पर पड़ जाता था। इस तरह से फिर से होगी तैनाती
रेल मंत्रालय ने जोन और मंडल स्तर पर कर्मचारियों की तैनाती की शक्तियां दे दी हैं। इसका फायदा सिर्फ रेल महकमे को नहीं बल्कि आम जनता को भी होगा। टिकट चेकिंग, बुकिंग और रिजर्वेशन कार्यालय की सीधी पब्लिक डीलिंग है। अब आलम यह है कि ट्रेनों में अधिकांश डिब्बों में टिकट चेकिंग स्टाफ नहीं होता।
इसके पीछे का कारण कर्मचारियों की कम संख्या बताया जाता है। इसका नुकसान यह होता है कि कंफर्म टिकट के बाद भी यात्री की सीट पर कोई और बैठा होता है और चेकिंग स्टाफ न होने के कारण वह अपनी पीड़ा किसी को नहीं बता पाता। इसी के चलते री-इंगेजमेंट पालिसी लाई गई है।
जिसमें कर्मचारियों की तैनाती मंडल से लेकर जोन स्तर पर की गई है। डीआरएम की झंडी के बाद जोन के महाप्रबंधक कर्मचारियों की तैनात कर सकेंगे। प्रपोजल मंडल से ही बनकर मुख्यालय पहुंचेगा।
लेवल वन से नौ तक की तैनाती
री-इंगेजमेंट पालिसी में अधिकारियों की तैनाती को लेकर कोई जिक्र नहीं किया है। लेवल वन से लेकर नौ तक के रिटायर कर्मचारियों को ही फिर से मौका दिया जाएगा। जिस पद के लिए कर्मचारी की जरूरत है, उसी के अनुसार पदों को भरा जाएगा। यदि लेवल छह से कोई कर्मचारी रिटायर हुआ है और रेलवे को जरूरत लेवल तीन पर लग रही है, तो वह लेवल छह वाले कर्मचारी को लेवल तीन पर तैनात किया जा सकता है।
आरपीएफ में भी रिटायर कर्मचारी रखने की पालिसी
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) में भी हजारों पद खाली पड़े हैं। इन पदों को भरने के लिए पूर्व सैनिक, सेवानिवृत्त आरपीएफ कर्मी, होमगार्ड की भी तैनाती की जाएगी। यह तैनाती कांस्टेबल और हैडकांस्टेबल पद पर ही दी जाएगी। इसके लिए रेल मंत्रालय ने पालिसी बनाई और सभी महाप्रबंधकों को पत्र भेजा था।
इस पालिसी को लिब्रलाइज्ड एक्टिव रिटायरमेंट स्कीम फार गारंटिड इंप्लाइमेंट फार सेफ्टी स्टाफ (लार्जीज) से बाहर रखा गया है। इस में खास यह है कि जिनको दोबारा से तैनाती दी जाएगी वह 65 साल आयु तक की तैनाती रहेगी। इसके अलावा जिन कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद तैनाती दी जानी है, उनको एकमुश्त वेतन जारी किया जाएगा। इसके तहत अनुबंध अवधि के दौरान पारिश्रमिक के रूप में एक निश्चित मासिक राशि मिलेगी। यह राशि सेवानिवृत्ति के समय मिलने वाले वेतन से मूल पेंशन घटाकर दी जाएगी।