राज शेखावत का दावा! गोगामेड़ी की हत्या में लॉरेंस का हाथ, भयमुक्त भारत के लिए उसका एनकाउंटर करने वाले को ईनाम!
 Oct 22, 2024, 11:10 IST
                                                    
                                                
                                            RNE Network बाबा सिद्दीकी को गोलियों से भूनने के साथ ही एक बार फिर लॉरेंस की सलमान को धमकी का मसला गरमाया हुआ है। इस बीच क्षत्रिय समाज की एक संस्थान के प्रमख राज शेखावत ने बड़ा बयान जारी कर चौंका दिया है। https://www.youtube.com/shorts/OzGt0HkyiwU   शेखावत ने सोशल मीडिया एकाउंट पर घोषणा की है कि जो पुलिसकर्मी लॉरेंस का एनकाउंटर करेगा उसे एक करोड़, ग्यारह लाख, ग्यारह हजार, एक सौ ग्यारह रुपए इनाम दूंगा। शेखावत के इस बयान के साथ माहौल गरमा गया है। 
 इसलिये लॉरेंस के एनकाउंटर के पक्ष में : शेखावत के बयान के मुताबिक करणीसेना के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेड़ी की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई का हाथ है। उन्होने वीडियो में कहा है, भयमुक्त भारत निर्माण के लिये यह घोषणा कर रहा हूं। 
 कौन है राज शेखावत : क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत पहले बीजेपी में थे। लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी छेड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने यह कदम राजकोट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे रुपाला के खिलाफ बीजेपी की तरफ से कार्रवाई नहीं होने पर उठाया था। दरअसल 22 मार्च को राजकोट में एक सभा को संबोधित करते हुए, रूपाला ने टिप्पणी की थी कि तत्कालीन ‘महाराजाओं’ ने विदेशी शासकों के साथ-साथ अंग्रेजों के उत्पीड़न के सामने घुटने टेक दिए। उन्होंने आगे कहा कि इन ‘महाराजाओं’ ने इन शासकों के साथ रोटी तोड़ी और अपनी बेटियों की शादी भी उनसे की। राजपूत समुदाय के सदस्यों ने इस पर जमकर बवाल भी किया था। 
   
 
 
 
 
 
 
  
                                            
 इसलिये लॉरेंस के एनकाउंटर के पक्ष में : शेखावत के बयान के मुताबिक करणीसेना के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेड़ी की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई का हाथ है। उन्होने वीडियो में कहा है, भयमुक्त भारत निर्माण के लिये यह घोषणा कर रहा हूं। 
 कौन है राज शेखावत : क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत पहले बीजेपी में थे। लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी छेड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने यह कदम राजकोट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे रुपाला के खिलाफ बीजेपी की तरफ से कार्रवाई नहीं होने पर उठाया था। दरअसल 22 मार्च को राजकोट में एक सभा को संबोधित करते हुए, रूपाला ने टिप्पणी की थी कि तत्कालीन ‘महाराजाओं’ ने विदेशी शासकों के साथ-साथ अंग्रेजों के उत्पीड़न के सामने घुटने टेक दिए। उन्होंने आगे कहा कि इन ‘महाराजाओं’ ने इन शासकों के साथ रोटी तोड़ी और अपनी बेटियों की शादी भी उनसे की। राजपूत समुदाय के सदस्यों ने इस पर जमकर बवाल भी किया था। 
   
 
 
 
 
 
  
                                                