
राजस्थान विधानसभा: विधायक ताराचंद ने किस संगठित गिरोह को किया तार-तार, जानिये किसानों के नाम पर हो रही कैसी लूट-खसोट!
- आरोप: मिट्टी से नकली सरसों बनाकर उसमें ऐसा कैमिकल मिला दिया कि तेल तक निकला, इस संगठित गिरोह पर कार्रवाई करो!
RNE, Jaipur-Sridungargarh.
बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में किसानों के नाम पर एक संगठित गिरोह बन गया है जो किसानों के हक के नाम पर आंदोलन करता है और आंदोलन की आड़ मंे अपने काम करता है। यह गिरोह लूट-खसोट कर रहा है। इस गिरोह के लोग सहकारी संस्थाओं में सालों से काबिज हैं। व्यापारी से लेकर आम किसान तक इनसे परेशान है। किसानों के नाम पर लूट-खसोट कर रहे इस गिरोह से लोगों को बचाएं। सहकारी संस्थाओं के चुनाव कराएं और इस गिरोह को बेदखल कराएं।
यह आरोप श्रीडूंगरगढ़ के विधायक ताराचंद सारस्वत ने मंगलवार को विधानसभा में लगाए। तीखे तेवरों के साथ ही किसानों के नाम पर दुकान चलाने वालों पर हमलावर हुए सारस्वत ने पूर्व विधायक गिरधारीलाल महिया का नाम लिये बगैर उन पर जमकर हमला किया।दरअसल श्रीडूंगरगढ के विधायक ताराचंद सारस्वत मंगलवार को सहकारिता विभाग की अनुदान मांग पर चर्चा में अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के संकटकाल का जिक्र करते हुए कहा, होटल में सरकार थी। श्रीडूंगरगढ के विधायक की जरूरत पड़ी। इस जरूरत के ही बदले में जैसा चाहे वैसा अधिकार दिया गया। इन अधिकारियों का दुरूपयोग करते हुए एक ऐसा गिरोह बन गया जो नाम किसानों का लेता है लेकिन खुद के लिये काम कर रहा है। यह गिरोह अब फसल को नुकसान पहुंचाने वाले प्रजाति की तरह हो गया है। किसानों को बचाने के लिये इसका खात्मा करना जरूरी है।
विधायक ताराचंद ने अरोप लगाया कि किसानों के नाम पर आंदोलन करने वाले लोग बड़ी तादाद में गिरदावरी अपने कब्जे में लिये हैं। अपना माल तुलवा रहे हैं। किसानों का माल सस्ते दामों में खरीद रहे हैं। मुनाफा कमा रहे हैं। आरोप लगाया कि पिछले साल ऐसे लोगों ने नकली सरसों बनाकर नैफेड को सप्लाई कर दी। ऐसे में अब व्यापारी नैफेड से सरसों खरीदने को तैयार नहीं।