Rajasthan : 10वें दिन बोरवेल से निकली चेतना, जान नहीं बची
RNE Network, Kotputli.
बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची चेतना आखिरकार 10वें दिन रेस्क्यू टीम के हाथों में आई लेकिन जिस सफेद कपड़े में लपेटकर उसे बाहर लाए वह कफन साबित हुआ।
जब बाहर निकाला तब उसके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। हॉस्पिटल पहुंचते ही डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया।
इसके साथ ही राजस्थान के कोटपुतली में बोरवेल से बच्चे को निकालने के लिए अब तक का सबसे लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन अब खत्म हो गया है।
दरअसल बुधवार को सुबह करीब 11:30 बजे रेस्क्यू टीम चेतना के नजदीक पहुंच गई थी। इसके बाद टीम ने बोरवेल के पास फिनायल छिड़का और कपूर जलाया था। यह किसी अनहोनी की स्थिति में बदबू से बचने के लिए किया गया था।
इसके बाद शाम लगभग 5.30 बजे टीम लिफ्ट के जरिए चेतना को एक कपड़े में लपेटकर ऊपर लाई। यहां से सीधे उसे अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसका चैकअप किया और इसके बाद मृत घोषित कर दिया।
23 दिसंबर को बोरवेल में गिर थी :
कोटपूतली कस्बे में चेतना 23 दिसंबर को बोरवेल में गिर गई थी। 700 फीट के इस गहरे गड्ढे में 150 फीट पर जातर चेतना अटक गई थी। उसे निकालने का काम 10 दिन तक चला।
यह राजस्थान का सबसे लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन है। ऑपरेशन बहुत मुश्किल था। NDRF की टीम ने खूब मशक्कत की मगर यह कोशिश चेतना को बचा नहीं पाई। वह जिंदगी की जंग हार गई।