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Rajasthan Vidhansabha : खाद्य सुरक्षा में वंचितों को जोड़ने के आंकड़ों में उलझे सुमित गोदारा

RNE Jaipur.

राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा वंचितों को खाद्य सुरक्षा योजना से जोड़ने के सवाल पर घिर गये। विधायक अनिता भदेल के सवाल पर गोदारा ने जवाब में जो आंकड़े रखे उन पर न केवल भदेल ने सवाल उठाये वरन नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सवाल किया। चूंकि मामला अजमेर से जुड़ा था ऐवे में सवाल-जवाब में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी शामिल हो गये। आखिरकार गोदारा ने जूली को कहा कि डिटेल जवाब में आपको भिजवा दूंगा।

मामला यह है:

दरअसल अजमेर दक्षिण की विधायक अनिता भदेल ने खाद्य सुरक्षा योजना में वंचितों के नाम जोड़ने का मसला उठाया। इसमें  खासतौर पर अजमेर जिले और शहर में वंचितों के नाम जोड़ने का आंकड़ा सवाल में उलझता गया। मंत्री गोदारा ने बताया कि अजमेर में 5512 आवेदन मिले जिनमें से 96 आवेदन निरस्त हो गये और 1736 स्वीकार कर लिये। इस पर भदेल ने सवाल किया कि 96 निरस्त करने के बाद भी बाकी 3680 आवेदन का क्या हुआ और इन्हें कब तक स्वीकार करेंगे। यही सवाल अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी उठा दिया। ऐस में गोदारा ने जवाब दिया कि इनकी जांच चल रही है। जांच पूरी होते ही जोड़ दिये जाएंगे। देवनानी ने पूछा, कब तक? इस पर गोदारा ने गोल-मोल जवाब दिया कि मुख्यमंत्रीजी की मंशा है कि कोई भी पात्र व्यक्ति खाद्य सुरक्षा मंे शामिल होने से वंचित नहीं रहे। ऐसे में जब कोई नहीं रहेगा तो ये भी नहीं रहेंगे।

जूली ने आंकड़ों में घुमाया:

इस बीच जवाब में आये कुछ आंकड़ों को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने गोदारा को उलझाया। जूली ने सवाल किया, आपने बताया कि 26 जनवरी से अब तक 08 लाख के नाम जोड़े। इसके साथ ही अब तक कुल 26 लाख के नाम जोड़ दिये। आंसर में एक और आंकड़ा बता रहे हो कि पिछले तीन सालों में 6.16 लाख आवेदन स्वीकार किये। ऐसे में ये जो 1736 बचे हुए हैं आवेदन हैं ये नये स्वीकृत किये हैं या पहले के हैं।इस पर गोदारा बोले कि जो बच्चे हैं उनका नाम स्वतः ही जोड़ रहे हैं। इसलिये लंबित और स्वीकृत में फर्क आ रहा है। बाकी में आपको डिटेल में जवाब दे दूंगा।