New railway line : राजस्थान से गुजरात तक 3085 करोड़ से बिछेगी 271 किमी लंबी रेलवे लाइन, चीन की तरह चलेगी डबल डेकर ट्रेन
केंद्र सरकार द्वारा नई रेलवे लाइन के माध्यम से राजस्थान की दूसरे राज्यों से सीधी कनेक्टिविटी की जा रही है। इन नई रेलवे लाइनों के बिछने के बाद दूसर राज्यों से व्यापार बढ़ जाएगा और रोजगार के अवसर पैदा होने वाले है। केंद्र सरकार द्वारा राजस्थान के विभिन्न शहरों को गुजरात से जोड़ने के लिए राजस्थान के जोधपुर जिले के लुनी से गुजरात के बनासकांठा तक बिछाई जाएगी।
इस रेलवे लाइन की लंबाई 271 किलोमीटर होगी। केंद्र सरकार द्वारा इस नई रेलवे लाइन को बनाने के लिए 3085.5 करोड़ रुपए के बजट की मंजूरी दी गई है। रेलवे को इस प्रोजेक्ट को तीन चरण में बांटा गया है। जहां पर पहले चरण की रेलवे लाइन का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए वर्ष 2025 तक रखा गया है। इसमें पहले चरण में 48 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का बिछाया जाएगा।
इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से पहले चरण के लिए 447 करोड़ रुपए का बजट जारी कर दिया है। रेलवे द्वारा इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पहले चरण में लूनी-समदड़ी-बिशनगढ़ रेलवे लाइन व दूसरे चरण में बिशनगढ़-मारवाड़ कोरी रेलवे लाइन व तीसरे चरण में मारवाड़ कोरी से भीलड़ी तक निर्माण किया जाएगा। इसके बाद यह रेलवे लाइन सीधे तौर पर गुजरात का बनासकांठा जिला की रेलवे लाइन से जुड़ जाएगी। इसके लिए रेलवे द्वारा पूरे प्रोजेक्ट का डीपीआर तैयार कर ली गई है।
प्रोजेक्ट में 28 बड़े पुल व 225 छोटे पुल का किया जाएगा निर्माण
रेलवे विभाग द्वारा तैयार की गई डीपीआर के अनुसार इस रेलवे लाइन को बिना किसी बाधा के बनाया जाएगा, ताकि रेल फाटकों से रहित होगा। इसके तहत राजस्थान के जोधपुर, बाड़मेर और जालोर जिले में नए ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इसके तहत रेलवे द्वारा 28 बड़े पुल व 225 छोटे पुल, इसके अलावा इस रेलवे लाइन के अंतर्गत 31 रेलवे स्टेशन आएंगे। इसके लिए इन रेलवे स्टेशनों पर ऊपरी पैदल पुल बनाया जाएगा। हालांकि फिलहाल यहां पर रेलवे लाइन का निर्माण हुआ है, लेकिन इसको डबल किया जा रहा है।
चीन की तरह चलेगी डबल कंटेनरों की ट्रेन
रेलवे विभाग द्वारा इस रेलवे लाइन को आधुनिक तरीके से बनाया जा रहा है। इस रेलवे लाइन का साथ ही विद्युतिकरण भी किया जाएगा। इसलिए रेलवे लाइन की मजबूती व विद्युतिकरण को नए डिजाइन में किया जाएगा, ताकि चीन की तरह इस रेलवे लाइन पर डबल डेकर ट्रेनों का संचालन किया जा सके। इससे जहां मालगाड़ी में ज्यादा सामान की आवाजाही हो सकेगी, वहीं एक ही ट्रेन में यात्री भी डबल संख्या में यात्रा कर सकेंगे।