Agriculture : राजस्थान में 500 नए FPO बनेंगे, 100 किसानों को विदेश भेजेंगे
Aug 22, 2025, 17:00 IST
RNE Jaipur.
शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी राजन विशाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को पंत कृषि भवन के सभा कक्ष में राज्य के एफपीओ कार्यान्वयन एजेन्सियों नाबार्ड, एनसीडीसी, नैफेड, एनडीडीबी, एफडीआरवीसी, एसएफएसी एवं कृषि, पशुपालन, सहकारिता एवं अन्य संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
राजन विशान ने बताया कि राज्य में चरणबद्ध रूप से 500 नये कृषक उत्पादक संगठन बनाये जा रहे हैं तथा प्रदेश के किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध एवं खुशहाल बनाने के लिए नई एफपीओ नीति लाई जा रही है। एफपीओं में एक जिला एक उत्पादन और पंच गौरव को प्राथमिकता से शामिल किया जायेगा।
प्रदेश में पहली बार कृषक उत्पादक संगठनों को मजबूती प्रदान करने, किसानों को कंपनी पेटेंट, सर्टिफिकेशन, लाइसेंस और मार्केटिंग लिकेज आदि की सहायता के लिए यह पॉलिसी लाई जा रही है। इसमें कृषक हितों के कई प्रावधान रखे जा रहे हैं। एफपीओ को सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार कटिबद्धता से कार्य कर रही है।
शासन सचिव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणा में ’’नॉलेज एन्हांसमेंट प्रोग्राम“ के अन्तर्गत प्रदेश में एफपीओ के 100 किसानों को विदेश भ्रमण और प्रशिक्षण की स्वीकृति प्रदान की है। वर्तमान सरकार की अभिनव पहल द्वारा राज्य सरकार कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) के किसानों को उनकी क्षमता संवर्धन के दृष्टिगत कृषि एवं सम्बद्व क्षैत्रों में आधुनिक तकनीकों के उपयोग के लिए निरंतर प्रोत्साहित कर रही है।
शासन सचिव ने बताया कि एफपीओ के किसान नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैड और ब्राजील का भ्रमण करेंगे। एफपीओ के चयनित किसानों को नवंबर 2025 से मार्च 2026 तक चार बैचों में 7 दिवसीय विदेश भ्रमण कराया जाएगा। राज्य में अब तक बनाये गए 913 एफपीओ के किसानों में से ’’नॉलेज एन्हांसमेंट प्रोगाम ’’ के अन्तर्गत एक्पोजर विजिट के लिये 100 एफपीओ के किसानो का चयन राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्डों के अनुसार कार्यन्वयन एजेन्सियों द्वारा किया जाकर 30 अगस्त तक राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड को सूची भिजवाई जायेगी।
कार्यावन्यन एजेन्सियों से आग्रह किया कि एफपीओ के चयनित प्रतिनिधि से अंडरटेकिंग भी ली जावे कि वह कम से कम 3 साल तक एफपीओ से जुडा रहेगा तथा विदेश भ्रमण में सीखी गई उन्नत तकनीकों को अपना कर कृषक उत्पादक संगठनों के सदस्यों से साझा करेगा।
राजन विशाल ने बताया कि चयनित होने वाले किसानो को नवीनतम एवं उन्नत कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जावेगा। प्रशिक्षण प्राप्त किसान उन्नत कृषि तकनीक का उपयोग कर अपनी फसलों के उत्पादन में वृद्वि कर सकेंगे, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सकेगी।