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Bullet Train Project : बुलेट ट्रेन राजस्थान के भीलवाड़ा के 34 गांव पर करेगी नोटों की बारिश, मार्केट रेट से चार गुना मिलेगा मुआवजा

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के अनुसार भीलवाड़ा क्षेत्र में 86 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन को बिछाया जाएगा।परियोजना की जल्द से जल्द डीपीआर को तैयार किया जाएगा। इसमें भीलवाड़ा में बुलेट ट्रेन का स्टेशन भी बनाया जाएगा।
 

दिल्ली से मुंबई तक चलने वाली बुलेट ट्रेन राजस्थान के भीलवाड़ा क्षेत्र की किस्मत को खोलने वाली है। बुलेट ट्रेन परियोजना से भीलवाड़ा क्षेत्र में प्रॉपर्टी के रेट आसमान को छूने वाले है। बुलेट ट्रेन परियोजना के सर्वे के अनुसार भीलवाड़ के 34 गांवों से होकर निकलेगी और नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड ने जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। परियोजना में किसानों की आने वाली जमीन से संबंधित सुनवाई करन के लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड की तरफ से सुनाई की गई।

जहां पर सामने आया कि जिन गांवों से बुलेट ट्रेन परियोजना जाएगी वहां पर जमीन का डीएलसी या बाजार दर से चार गुना मुआवजा दिया जाएगा। ऐसे में आप कह सकते है कि भीलवाड़ा में बुलेट ट्रेन परियोजना द्वारा नोटों की बारिश करने वाली है। हालांकि जिन किसानों की जमीन इसमें नहीं आएगी उनकी जमीन के रेट भी बढ़ने वाले है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के अनुसार भीलवाड़ा क्षेत्र में 86 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन को बिछाया जाएगा।परियोजना की जल्द से जल्द डीपीआर को तैयार किया जाएगा। इसमें भीलवाड़ा में बुलेट ट्रेन का स्टेशन भी बनाया जाएगा। 

भीलवाड़ा जिले की तीन तहसील के गांवों से होकर निकलेगी बुलेट ट्रेन

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के संयुक्त महाप्रबन्धक मार्तण्ड सिंह राठौड़ ने बताया कि भीलवाड़ा जिले से 86 किलोमीटर तक बुलेट ट्रेन की लाइन बिछाई जाएगी। इसमें भीलवाड़ा जिले के पांच तहसील से होकर निकलेगी और इसमें 34 गांवों की जमीन आने वाली है। यह रेलवे ट्रैक हुरड़ा के लाम्बा से ओज्याड़ा तक निकाला जाएगा।

डीएलसी या मार्केट रेट से चार गुना मुआवजा मिलेगा 

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के संयुक्त महाप्रबन्धक मार्तण्ड सिंह राठौड़ ने प्रोजेक्ट के बारे में ग्रामीणों को अवगत करवाया। उनका कहना था कि किसानो की जमीन का उचित मुआवजा दिया जाएगा। सरकार के नियमानुसार जिन किसानों की जमीन को अधिग्रहण किया जाएगा और जमीन का डीएलसी या बाजार दर से चार गुना मुआवजा दिया जाएगा।

जबकि शहरी क्षेत्र में निकलने वाली लाइन का मार्केट रेट से दो गुना दिया जाएगा। इसके लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी बना दी जाएगी और वह किसानों के अवार्ड की घोषणा करेगी। उन्होंने बताया कि अगर किसी का घर या निर्माण इस जमीन के बीच में जाएगा उसको वह मकान 30 दिन में खाली करना होगा। 

भीलवाड़ा की नगर परिषद सभागार में सुनवाई करते हुए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के संयुक्त महाप्रबन्धक मार्तण्ड सिंह राठौड़ ने कहा कि दिल्ली से अहमदाबार का सफर मात्र तीन घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इस बुलेट ट्रेन लाइन की लंबाई दिल्ली से अहमदाबाद तक 886 किलोमीटर होगी। इसमें से 658 किलोमीटर अकेले राजस्थान जिले से होकर निकलेगी।

इसमें राजस्थान के सात जिलों से होकर यह बुलेट ट्रेन होकर निकलेगी। इसमें अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, उदयपुर और डूंगरपुर जिला शामिल है। उन्होंने कहा कि किसानों को इससे ज्यादा प्रभावित भी नहीं होंगे, क्योंकि यह बुलेट ट्रेन जमीन से 10 से 15 मीटर ऊंचे एलिवेटेड ट्रैक पर चलेगी और इस ट्रैक को पिल्लरों के ऊपर बनाया जाएगा। ऐसे में इससे किसी के जानमाल का भी खतरा नहीं है। 

इन 34 गांवों से गुजरेगी ट्रेन

लांबा, तस्वारिया, रुपाहेली, हरीपुरा, नगजी का खेड़ा, गरोलिया खेड़ा, कंवलियास, सनोदिया, भवानीपुरा, लरडिया खेड़ा, धुवालिया, रायला, रानीखेड़ा, साखरिया खेड़ा, बैरा, नानकपुरा, भांडकी बावड़ी, नीम का खेड़ा, माली खेड़ा, मांडल, कीरखेड़ा, बिलियाखेड़ा (रामनगर), मेजा, धूलखेड़ा, सुरास। मालोला, पांसल, पुर, बोरड़ा, नाथडिय़ास, खैराबाद, कान्याखेड़ी, सगतपुरिया व ओज्याड़ा गांव शामिल है।