North Western Railway : राजस्थान सहित उत्तर पश्चिम रेलवे के 500 रेलवे स्टेशनों पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
उत्तर पश्चिम रेलवे ने छोटे स्टेशनों की सुरक्षा को बढ़ाने का लिया फैसला
केंद्र सरकार ने अब बड़े स्टेशनों की तर्ज पर छोटे स्टेशनों (रोड साइड स्टेशनों) पर भी सुरक्षा तंत्र मजबूत बनाने की दिशा में बड़ी पहल की है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार छोटे स्टेशन, जहां सिर्फ पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव होता है, वे भी तीसरी आंख की निगरानी में रहेंगे। रेलवे की रेलटेल शाखा ने योजना को अमलीजामा पहनाने का कार्य उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन में शुरू किया है।
जोन के चार रेल मंडलों के 500 से अधिक छोटे स्टेशनों पर कैमरे लगाए जाएंगे। अजमेर रेल मंडल में आबूरोड-पिंडवाड़ा रेलखंड के मोरथला, किवरली और भीमाना स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
मील का पत्थर साबित होगी योजना
सीसीटीवी कैमरे लगाने से छोटे स्टेशनों पर महिला व अन्य यात्रियों और स्टेशनों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। सुरक्षा एजेंसियों के लिए चोरी व अन्य अपराध की छोटी-बड़ी घटनाओं में शामिल व्यक्तियों का पता लगाना आसान होगा। प्लेटफार्म पर आने वाले हरेक व्यक्ति की फोटो कैमरे में कैद होगी। इससे अवांछित व संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा सकेगी। यह योजना छोटे स्टेशनों की सुरक्षा के उद्देश्य से मील का पत्थर साबित होगी।
जोन सीमा में चार राज्यों के स्टेशन
वर्ष 2002 में अस्तित्व में आए उत्तर-पश्चिम रेलवे मुख्यालय जयपुर जोन सीमा में पूरा राजस्थान और गुजरात, हरियाणा व पंजाब के कुछ क्षेत्र के छोटे और बड़े स्टेशन आते हैं। राजस्थान में जोन के अधीन अजमेर, बीकानेर, जोधपुर व जयपुर रेल मंडल संचालित हैं।
अंधेरे में तस्वीर कैद
प्रत्येक स्टेशन पर उच्च क्षमता के करीब 10-10 सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे। इनमें नाइट विजन कैमरे भी होंगे, जो स्टेशन पर रात में आने वाले व्यक्तियों की स्पष्ट फोटो लेने में सक्षम होंगे। इस तरह 24 घंटे स्टेशनों पर सुरक्षा तंत्र सक्रिय रहेगा।
इनका कहना है
अजमेर रेल मंडल डीएससी दीपक कुमार आजाद ने बताया कि उत्तर-पश्चिम रेलवे के सभी मंडलों में सुरक्षा के उद्देश्य से छोटे स्टेशनों पर करीब 10-10 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यह कार्य रेलवे बोर्ड के रेलटेल शाखा की ओर से किया जा रहा है।

