Electric Bus Plant : युवाओं को रोजगार के लिए नहीं जाना पड़ेगा गुरुग्राम, राजस्थान में ही लगेगा इलेक्ट्रिक बसों का प्लांट
राजस्थान के बेरोजगार युवाओं के लिए खुशखबरी है। अब राजस्थान के युवाओं को रोजगार के लिए गुरुग्राम नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि राजस्थान में ही इलेक्ट्रिक बसों का प्लांट लगाया जाएगा। जहां पर हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने वाले है। गुरुग्राम में मारुति सहित दूसरी कंपनियों द्वारा प्लांट लगाए गए है। इसके कारण राजस्थान के हजारों युवाओं को रोजगार के लिए गुरुग्राम जाना पड़ता है, लेकिन अब तकनीकी शिक्षा लेने वाले युवाओं को राजस्थान में ही रोजगार मिल जाएगा।
इसके लिए इलेक्ट्रिक बसों का नीमराणा के घिलोठ में निर्माण किया जाएगा। घिलोठ में बनने वाले इस प्लांट से प्रति वर्ष 33000 यूनिट्स उत्पादन क्षमता होगी। इसमें ईवी बसों के अलावा बस बॉडी, बैटरी, मोटर, वायर हार्नेस का निर्माण होगा। साथ ही स्पेयर पार्ट डिवीजन भी बनेंगे। इलेक्ट्रिक बसों के प्लांट में शुरुआत में 1200 करोड़ का निवेश किया जाएगा। इससे राज्य में हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
इसके अलावा प्लांट लगने के साथ आसपास के क्षेत्र में जमीन के रेट आसमान को छुएंगे, वहीं आसपास के क्षेत्र में रोजगार के दूसरे अवसर प्रदान किया जाएगा। राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट में एक निजी कंपनी पीएमआई इलेक्ट्रो मोबिलिटी सॉल्यूशंस ने एमओयू किया था। ई-ऑक्शन में 208 करोड़ रुपए में 65.56 एकड़ जमीन का जमीन आवंटन किया गया।
पहले वर्ष 40 प्रतिशत क्षमता के साथ उत्पादन
प्लांट की वार्षिक उत्पादन क्षमता 33000 यूनिट होगी। इसमें 15000 ईवी बसें, 6000 मीडियम कामर्शियल वाहन और 12000 लाइट कामर्शियल वाहन शामिल होंगे। पहले साल कंपनी 40 प्रतिशत क्षमता के साथ उत्पादन शुरू करेगी और छह साल में अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच जाएगी। पहले वर्ष में कंपनी का अनुमानित टर्नओवर 6180 करोड़ रुपए रहेगा, जो छठे वर्ष में बढ़कर 15450 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है।
यहां दो देशों के जोन
घिलोठ, बहरोड़ और नीमराणा क्षेत्र पहले से ही जापानी व कोरियाई कंपनियों के निवेश से तेजी से विकसित हुआ है। 2027 तक बड़े निवेश का लक्ष्य है।