राजेश अग्रवाल
- 40 साल में पहली बार राजस्थान महिला टीम फाइनल में
- 22 खिलोड़ियों वाली महिला टीम में मैदान पर सभी 11 खिलाड़ी बीकानेर की
RNE Network. Nokha-Bikaner-Bengluru. कर्नाटक के बेलगाम से राजस्थान के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी आई है। खुशखबरी यह है वहाँ चल रही Junior Girls National Football Championship के सेमीफाइनल मुकाबले में राजस्थान की बेटियों ने सिक्किम को हरा दिया है। इसके साथ ही 40 साल में यह पहला अवसर आया है जब राजस्थान की अंडर-17 महिला फुटबॉल टीम फाइनल में पहुंची है।
विजेता टीम की सभी लड़कियां हमारे ढींगसरी गांव की : 
इसके साथ ही सबसे बड़ी रोमांचक बात यह है कि टीम में शामिल 22 में से 12 लड़कियां बीकानेर के एक ही गांव ढींगसरी की है। सेमीफाइनल मुकाबला जीता गया उस वक्त मैदान पर मौजूद सभी खिलाड़ी इसी गांव की रही। राजस्थान टीम ने सिक्किम को 3-3 (टाई-ब्रेकर में 4-3) से हराकर जूनियर गर्ल्स नेशनल फुटबॉल चैंपियनशिप टियर 2 के फाइनल में प्रवेश किया है। अब कल यानी 09 अगस्त को फाइनल मुकाबले में राजस्थान की भिड़ंत कर्नाटक से होगी। कर्नाटक की टीम ने भी बुधवार को असम को 5-3 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया है।
इतना रोमांचक रहा सेमीफाइनल मुकाबला : 
आल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान ने रोमांचक 3-3 से ड्रा के बाद पेनल्टी शूटआउट से सिक्किम पर नाटकीय जीत सुनिश्चित की। राजस्थान के लिए संजू कंवर ने तीसरे मिनट में पहला गोल किया। सिक्किम ने 18वें मिनट में स्मीता सुंदास के गोल से बराबरी कर ली। लिछमी कंवर ने 40वें मिनट में राजस्थान की बढ़त बहाल की और मध्यांतर तक स्कोर 2-1 कर दिया

स्मिता सुंदास ने 55वें मिनट में सिक्किम के लिए फिर से गोल किया और 90+7 मिनट में अपना दो गोल पूरा किया, जिससे मैच अतिरिक्त समय में चला गया। 105वें मिनट में राजस्थान की भानु प्रिया ने गोल कर गेम 3-3 से बराबर कर दिया। मैच पेनल्टी तक चला, जहां राजस्थान ने जीत हासिल की, सिक्किम के तीन के मुकाबले चार गोल किए और कर्नाटक के साथ फाइनल में अपनी जगह बनाई।
बेटियों की जीत पर खुशियां : नोखा के पूर्व विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने बेटियों की इस ऐतिहासिक जीत पर खुशी जताई है। बिश्नोई का कहना है, फुटबॉल टीम की 22 खिलाड़ियों में ढींगसरी (नोखा) की 12 बेटियां भाग ले रही है। मैदान में खेलने वाली सभी 11 बेटियां हमारे ढींगसरी (नोखा) की है। ये हम सब के लिए गौरव की बात है। 40 वर्षों बाद यह गौरवमयी क्षण आया है जब राजस्थान की कोई महिला टीम फाइनल में पहुंची है। इस ऐतिहासिक जीत के लिए मैं कोच विक्रम सिंह जी राजवी, अभिषेक विंसेंट हैरी व सभी खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई एवं फाइनल मुकाबले में सफलता हेतु अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।
