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मंत्री किरोड़ीलाल ने लिया बड़ा एक्शन, फर्जीवाड़ा पकड़े जाने पर बीज उत्पादक को नोटिस

Minister Kirodilal Meena ने खेत में जाकर बीज का फर्जीवाड़ा पकड़ा, जय शंकर सीड्स कंपनी को नोटिस!
 

RNE Jaipur-ShriGanganagar : 
नकली और मिलावटी बीज, खाद के खिलाफ खुलकर मैदान में उतरे राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीला मीणा ने एक और बड़ा भंडाफोड़ किया है। वे श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में कंपनी के उन खेतों में पहुंचे जहां प्रमाणित बीज उत्पादन का प्रोजेक्ट लिया गया था। जिस बीज का प्रोजेक्ट था मौके पर उसकी फसल ही नहीं थी।

इतना ही नहीं वह खेत भी किसी और का पाया गया। मतलब यह की खेत के फर्जी कागजात पेश कर सरकार से बीज उत्पादन का प्रोजेक्ट ले लिया। अब फर्जीवाड़ा करने वाली फर्म मैसर्स जय शंकर सीड्स प्रा. लि. को बीज उत्पादन कार्यक्रम में पाई गई अनियमितताओं के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। मंत्री मीणा ने कहा, निम्न गुणवत्ता युक्त खाद, पेस्टिसाइड और बीज उपलब्ध कराने वाले विनिर्माता और दुकानदारों पर सख्त रुख अपनाते हुए लाइसेंस निरस्तीकरण तक की कार्रवाई अमल में लाई जायेंगी।

सुदेश के नाम पर प्रोजेक्ट, इस नाम का आदमी पूरे गांव में नहीं  

कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने शनिवार-रविवार को श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले के कई इलाकों में उगाये जा रहे बीज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा क्षेत्र में मैसर्स जय शंकर सीड्स प्रा.लि. द्वारा उगाये जा रहे बीज में अनियमितताएं मिली। उन्होंने बताया कि उक्त फर्म द्वारा सुदेश पुत्र रामस्वरूप के नाम से ग्वार की किस्म एसजी-2-20 का 6 हैक्टेयर में आधार से प्रमाणित बीज उत्पादन कार्यक्रम लिया गया था।

जिसमें निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 11 एलकेएस-ए में रामस्वरूप पुत्र लेखराम की जमीन है। रामस्वरूप पुत्र लेखराम के सुदेश नाम का कोई पुत्र नहीं है, साथ ही पूरे गांव में भी सुदेश नाम का कोई व्यक्ति नहीं है। रामस्वरूप पुत्र लेखराम के ग्राम 11 एलकेएस खेत में कपास की फसल मौके पर पाई गई और कृषक रामस्वरूप ने बताया कि उसके द्वारा बीज उत्पादन का कोई कार्यक्रम नही लिया गया है। 

सात दिन में मांगा जवाब 

डॉ. किरोड़ी लाल ने बताया कि ग्राम 10 एलकेएस की जगह धोखाधड़ी एवं गलत तथ्य प्रस्तुत कर 11 एलकेएस-ए खेत की जमाबंदी लगाकर मैसर्स जय शंकर सीड्स प्रा.लि. द्वारा धोखाधड़ी एवं गलत तथ्य प्रस्तुत कर बीज उत्पादन कार्यक्रम लिया गया। इसलिए राजस्थान राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणीकरण संस्था द्वारा धोखाधड़ी करने के कारण फर्म को नोटिस देकर 7 दिन में अनियमितताओं के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस का संतुष्टीजनक जवाब नहीं देने पर बीज प्रमाणीकरण संस्था द्वारा पंजीयन निलंबन, निरस्तीकरण कर कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।