Nagaur : बजरी डंपर रोकने की कोशिश कर रहे ग्रामीणों पर माफिया ने गाड़ी चढ़ाई, 05 की हालत गंभीर
RNE Nagaur.
नागौर में एक बार फिर बजरी माफिया और ग्रामीण आमने-सामने होने के बाद खूनी संघर्ष हो गया है। ग्रामीणों ने जहां बजरी से भरा डंपर रोका वहीं माफिया ने प्रदर्शनकारी ग्रामीणों पर गाड़ी चढ़ा दी। घटना में 12 लोग घायल हो गए है। इनमें से पांच की हालत गंभीर होने से अजमेर रेफर किया गया है।
नागौर के रियांबड़ी क्षेत्र में बजरी लीज को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद बीती रात खूनी संघर्ष में बदल गया। ग्रामीणों ने बजरी से भरे डंपर को रोकने की कोशिश की थी। इस पर बजरी माफिया ने ग्रामीणों पर कैंपर चढ़ा दी। दोनों पक्षों ने मुकदमा दर्ज करवाया है।
फिलहाल तहसीलदार ने 21 जुलाई तक बजरी खनन नहीं करने का नोटिस चस्पा कराया है। इससे पहले सोमवार रात करीब 12 बजे तक पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों के बीच करणी माता मंदिर के पास बातचीत का दौर चलता रहा था। बीएलएच बातचीत में आगामी आदेशों तक अस्थायी रूप से लीज बंद रखने पर सहमति बनी। दूसरी ओर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने घटना को लेकर प्रशासन पर हमला बोला है। उन्होंने कहा- बजरी माफिया का तांडव चल रहा है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। ग्रामीणों की जान जोखिम में है और कानून व्यवस्था की हालत चिंताजनक हो चुकी है।
मामला यह है :
दरअसल सोमवार की शाम करीब 7 बजे रियांबड़ी इलाके के रोहिशा रोड स्थित आड़ा मार्ग चौराहे के पास ग्रामीणों ने बजरी से भरे एक डंपर को रोक लिया। इसके बाद ग्रामीणों और लीजधारकों के बीच झड़प हो गई। आरोप है कि इस दौरान ग्रामीणों को कैंपर से कुचलने का प्रयास किया गया। घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग रियाबड़ी हॉस्पिटल पहुंचे और लीज बंद करने तथा हमले के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। रात 12 बजे के बाद हॉस्पिटल परिसर के बाहर खींवसर के पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल, पूर्व विधायक इंदिरा देवी बावरी, एसडीएम सुरेश केएन तथा पुलिस अधिकारियों के बीच बात हुई।