New Expressway Rajasthan : राजस्थान में 208 किमी लंबे नए एक्सप्रेस वे के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए लैंड मार्किंग का काम शुरू
केंद्र सरकार ने राजस्थान में एक ओर नए एक्सप्रेस वे बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है। इस एक्सप्रेस वे पर नए साल से काम शुरू हो जाएगा। कोटपूतली से किशनगढ़ तक प्रस्तावित फोर लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का काम नए साल में शुरू हो जाएगा। यह कोटपूतली-बहरोड़, सीकर, जयपुर, अजमेर जिले से होकर गुजरेगा।
6000 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 208 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का रोड मैप पहली बार सामने आया है। इस पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चल सकेंगे। यहां स्पीड वॉइलेंस मॉनिटरिंग और इंटेलीजेंस ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी होगा। कोटपूतली से किशनगढ़ पहुंचने में 6 घंटे की बजाय महज दो घंटे का समय लगेगा। इसके लिए 2200 हैक्टेयर जमीन की जरूरत होगी। अच्छी बात यह है कि जमीन अधिग्रहण के लिए लैंड मार्किंग का काम शुरू हो चुका है। निर्माण शुरू होने के बाद प्रोजेक्ट में तीन साल का समय लगेगा।
केंद्रीय बजट में इस एक्सप्रेस-वे की घोषणा की गई थी। इसकी डीपीआर का काम अंतिम चरण में हैं। यह चार लेन का नया रोड होगा। इसकी चौड़ाई 90 मीटर होगी। दोनों लेन के बीच 12 से 15 मीटर चौड़ाई का डिवाइडर होगा। रोड के दोनों तरफ तीन-तीन मीटर का ग्रीन बेल्ट होगा। 9 एंट्री-एग्जिट प्वाइंट होंगे।
एक से दूसरे एंट्री-एग्जिट प्वाइंट की दूरी 25-30 किमी होगी। यहां ऑटोमेटेड टोल सिस्टम होगा। एंट्री प्वाइंट पर गाड़ी नंबर स्कैन होगा। जिस प्वाइंट से गाड़ी एग्जिट होगी, उतनी दूरी का ही टोल कटेगा। दोनों तरफ 50-50 किमी के अंतराल पर कुल 6 रेस्ट एरिया डवलप होंगे।
जहां रेस्टोरेंट, पार्किंग, फेसिलिटी सेंटर, पेट्रोल पंप जैसी जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। इन सभी से हाइवे पर सफर करने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।
100 से ज्यादा अंडरपास और फ्लाईओवर बनाए जाएंगे
किसानों के आवागमन की सुविधा के लिए एक से दो किमी के बीच एक अंडरपास बनाया जाएगा। नेशनल और स्टेट हाइवे पर फ्लाईआवेर बनेंगे। 208 किमी लंबे रूट पर 100 से ज्यादा अंडरपास और फ्लाईओवर बनेंगे। एक्सीडेंट कंट्रोलिंग और सफर का समय कम करने के लिए एक्सप्रेस-वे में ट्रेक्टर, थ्री व्हीलर और टू-
व्हीलर की एंट्री नहीं होगी।

ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे से होगा विकास : सीएम शर्मा
सीएम भजनलाल शर्मा का कहना है कि प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे विकास की धुरी बनेगा। कोटपूतली-किशनगढ़ और बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे सीकर, झुंझुनूं और चूरू जैसे जिलों को एनएच से मजबूती से जोड़ेंगे। इनके पूरा होने से दिल्ली से बीकानेर की दूरी लगभग पांच घंटे में हो सकेगी।
एंट्री-एग्जिट प्वॉइंट
नीमकाथाना-कोटपूतली रोड पर नारहेड़ा और किशनगढ़ में एनएच 48 भीलवाड़ा रोड से एंट्री-एग्जिट की शुरूआत होगी। कुल 9 एंट्री-एग्जिट प्वाइंट होंगे।

