Rajasthan: सितंबर के महीने में दूधसागर बन जाता है राजस्थान का यह झरना, दूर-दूर से इसे देखने आते हैं लोग
Rajasthan: राजस्थान को रेतीला प्रदेश कहा जाता है। वैसे तो यहां सालों भर सूखा पड़ता है और यहां पानी की कमी भी देखने को मिलती है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां एक खूबसूरत झरना है जो सितंबर के महीने में दूधसागर की तरह खूबसूरत बन जाता है।
यह झरना पाली जिले में स्थित है जो सितंबर के महीने में काफी ज्यादा सुंदर दिखाई देता है। कृपया झरना ही नहीं बल्कि इसके आसपास के क्षेत्र भी काफी अच्छा दिखाई देते हैं। यह झरना बिल्कुल दूधसागर की तरह हो जाता है जिसे देखने के लिए बड़े पैमाने पर लोग आते हैं।
भील बैरी झरना, जिसे दूध सागर भी कहा जाता है, पाली जिले में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह झरना लगभग 182 फीट ऊंचाई से गिरता है और इसका पानी दूध जैसा दिखता है। यह टॉडगढ़ रावली रेंज में स्थित है, जो अजमेर, पाली और राजसमंद जिलों में फैली हुई है। यहां का खूबसूरत नजारा लोगों का मन मोह लेता है दूर-दूर से लोग यह नजारा देखने के लिए आते हैं। सितंबर में यह बेहद खूबसूरत हो जाता है। यह दूधसागर की तरह दिखाई देता है। पर्यटकों की संख्या यहां काफी बढ़ जाती है।
भील बैरी झरने की विशेषताएं
ऊंचाई: 182 फीट
स्थान:टॉडगढ़ रावली रेंज, पाली जिला
पहुंच: 4.5 किमी घने जंगल का सफर तय करना पड़ता है
वाहन सुविधा: वन विभाग द्वारा पर्यटकों के लिए वाहन उपलब्ध हैं
प्रवेश शुल्क: प्रति व्यक्ति 300 रुपये
भील बैरी झरने के आसपास के आकर्षण
टॉडगढ़ रावली अभ्यारण:26000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ
वन्य जीव: बड़ी संख्या में वन्य जीव पाए जाते हैं
घास के मैदान: वन विभाग द्वारा तैयार किए गए हैं
भील बैरी झरने तक पहुंचने के लिए
निकटतम रेलवे स्टेशन: मारवाड़ जंक्शन (43 किमी) और पाली-मारवाड़ (75 किमी)
सड़क मार्ग: उदयपुर से लगभग 3 घंटे का सफर
बस सुविधा: नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं।